शहीद मनीष रंजन के परिवार से मिले सुदेश महतो, बोले- “यह पूरे झारखंड का दुख है”
मुख्य बिंदु-
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शहीद मनीष रंजन के घर पहुंचे आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो
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परिवार को दिया ढांढस, कहा- “झारखंड आपके साथ है”
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शहीद के बेटे से मुलाकात कर दिया भावनात्मक समर्थन
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पाकिस्तान प्रायोजित हमले पर तीखी प्रतिक्रिया
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सरकार से कड़ी कार्रवाई और सहायता की मांग
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कई वरिष्ठ आजसू नेता भी रहे साथ
सुदेश महतो ने जताई गहरी संवेदना
शहीद मनीष रंजन के अंतिम संस्कार के दूसरे दिन झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो ने झालदा पहुंचकर शहीद के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुख केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे झारखंड का है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मनीष रंजन की शहादत को कभी भुलाया नहीं जाएगा और आजसू पार्टी परिवार की तरह मजबूती से उनके साथ खड़ी रहेगी।

शहीद के बेटे से मुलाकात, दिया भरोसा
इस भावुक मौके पर सुदेश महतो ने शहीद के दस वर्षीय पुत्र से भी मुलाकात की। उन्होंने बच्चे को ढांढस बंधाते हुए कहा, “तुम अकेले नहीं हो; पूरा झारखंड तुम्हारे साथ है। तुम्हारे पिताजी का बलिदान अमर रहेगा।” इस मुलाकात के दौरान माहौल अत्यंत भावुक रहा।
आतंकवादी हमले पर सुदेश महतो का आक्रोश
मीडिया से बातचीत में सुदेश महतो ने पाकिस्तान प्रायोजित इस आतंकवादी हमले की तीव्र निंदा की। उन्होंने आक्रोशपूर्ण स्वर में कहा, “अब धैर्य की सीमाएं टूट चुकी हैं। निर्दोषों के रक्त का हिसाब लिया जाना चाहिए। सरकार को चाहिए कि वह अब निर्णायक और कड़े कदम उठाए ताकि आतंकवादियों को करारा जवाब दिया जा सके।”

सरकार से हरसंभव सहायता की मांग
सुदेश महतो ने यह भी कहा कि वे स्वयं सरकार से मिलकर शहीद परिवार को हर संभव सहायता दिलाने की मांग करेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मनीष रंजन की शहादत को सम्मान और न्याय दिलाने के लिए आजसू पार्टी हर कदम पर साथ खड़ी रहेगी।
आजसू के वरिष्ठ नेता भी रहे मौजूद
इस मौके पर आजसू पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी शहीद परिवार के समर्थन में उपस्थित रहे। प्रमुख नेताओं में जयपाल सिंह, संजय सिद्धार्थ, चितरंजन महतो, गौतम कृष्ण साहू, जलनाथ चौधरी, नमन ठाकुर, विज्ञान जी, जितेंद्र बड़ाइक, श्रीमती आरती देवी, आतिश महतो, राजेश महतो, अशोक साहू, अजय महतो, नीतीश महतो, कार्तिक महतो और विकाश महतो आदि शामिल थे। सभी नेताओं ने एक स्वर में परिवार को भरोसा दिलाया कि वे इस कठिन समय में अकेले नहीं हैं।