झारखंड में गर्मी का कहर, आजसू ने की स्कूलों के समय में बदलाव की मांग।

झारखंड/बिहार

गर्मी और हीटवेव को देखते हुए स्कूलों का समय बदला जाए: आजसू छात्र संघ की मुख्यमंत्री से मांग



मुख्य बिंदु-

  • झारखंड में भीषण गर्मी और हीटवेव का असर
    राज्य में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर, मौसम विभाग की लगातार चेतावनी।

  • आजसू छात्र संघ की गंभीर मांग
    प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने मुख्यमंत्री और सभी जिलों के उपायुक्तों को पत्र लिखा।

  • स्कूल समय में बदलाव की मांग
    बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए स्कूलों को प्रातःकालीन समय में संचालित करने की अपील।

  • छात्र-छात्राओं पर गर्मी का नकारात्मक असर
    गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है गंभीर प्रभाव।

  • हर वर्ष की तरह इस बार भी गर्मी में बदलाव की आवश्यकता
    पूर्व के वर्षों की तरह इस वर्ष भी गर्मी को देखते हुए समय-सारणी बदलने की मांग।

  • जरूरत पड़े तो छुट्टियों पर भी विचार करें
    जिन जिलों में अत्यधिक तापमान है वहां समय-पूर्व छुट्टी की भी संभावना पर विचार की अपील।

  • अभिभावकों और शिक्षकों से भी समर्थन
    सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर भी समय परिवर्तन की उठ रही मांग।


छात्रों की सेहत पर पड़ रहा असर, आजसू ने सभी जिलों के उपायुक्तों को भी लिखा पत्र

झारखंड में लगातार बढ़ रही गर्मी और मौसम विभाग द्वारा जारी हीटवेव की चेतावनियों को गंभीरता से लेते हुए अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) ने राज्य सरकार से स्कूलों के समय में बदलाव की मांग की है। आजसू के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए मुख्यमंत्री और सभी जिलों के उपायुक्तों से अपील की है कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों का संचालन प्रातः कालीन समय में किया जाए।

ओम वर्मा ने कहा कि झारखंड में इस समय तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में लू चलने की भी चेतावनी दी है। इस भीषण गर्मी में छोटे बच्चों और छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने में भारी कठिनाई हो रही है। लगातार गर्मी की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी परिस्थिति को गंभीरता से लेते हुए त्वरित निर्णय लिया जाए और स्कूलों की समय-सारणी को बदला जाए। विशेष रूप से प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों को सुबह के समय में संचालित किया जाए, ताकि बच्चों को दोपहर की भीषण गर्मी से राहत मिल सके।

आजसू छात्र संघ ने यह भी सुझाव दिया कि जिन जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो चुका है, वहां छुट्टियों की समय-पूर्व घोषणा पर भी विचार किया जाना चाहिए। यह बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक कदम होगा।

आजसू की यह मांग अभिभावकों और शिक्षकों के बीच भी समर्थन पा रही है। कई जगहों से अभिभावकों ने भी सोशल मीडिया और स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से गर्मी में स्कूल समय बदलने की मांग उठाई है।

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