दुमका, गोड्डा और राजमहल लोकसभा सीट में 1 जून को मतदान होगा। लिहाजा आज 30 मई शाम 5:00 बजे चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। साथ ही इन संसदीय क्षेत्रों में जो भी पार्टी नेता दूसरे स्थान से आए हैं उन्हें भी शाम 5:00 बजे तक संबंधित लोकसभा क्षेत्र को छोड़ना होगा।
हाइलाइट्स-
- आमने-सामने का मुकाबला।
- प्रधानमंत्री कर चुके हैं सभाएं।
- बूथों में नींबू पानी का इंतज़ाम।
- संताल में जयराम महतो।
- संताल का महत्व।
आमने-सामने का मुकाबला।
प्रत्याशियों की बात करें तो दुमका लोकसभा सीट से सीधा मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाली सीता सोरेन और झामुमो के विधायक नलिन सोरेन के बीच है। गोड्डा में मुकाबला निशिकांत दुबे जो जीत का चौका लगाने के लिए उतरे हैं। उनके सामने कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव हैं। राजमहल लोकसभा सीट में मुकाबला रोचक है। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद प्रत्याशी विजय हांसदा का मुकाबला भाजपा के वरिष्ठ नेता ताला मरांडी से है। यहां पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के बोरियों विधायक के निर्दलीय उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय होता हुआ नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री कर चुके हैं सभाएं।
इन लोकसभा क्षेत्रों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह की सभाएं हो चुकी हैं। बीजेपी ने इन तीन लोकसभा क्षेत्रों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इंडिया अलायंस की तरफ से भी बड़े नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा गया है। आज कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी का दुमका और गोड्डा में कार्यक्रम है।
संताल में जयराम महतो।
झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो और उनकी पार्टी संताल परगना में भी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने दुमका लोकसभा सीट से बेबी लता टुडू को चुनावी मैदान में उतारा है। झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति की तरफ से राजमहल और गोड्डा लोकसभा सीट में प्रत्याशी नहीं दिए गए हैं। इसके पीछे दलील दी जा रही है कि, इन दो लोकसभा सीटों पर पार्टी की तैयारी नहीं है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता विजय कुमार सिंह की मानें तो बेबी लता टुडू दुमका लोकसभा सीट से काफी पहले से तैयारी कर रही हैं। पिछले दो दिनों से जयराम महतो भी दुमका लोकसभा सीट में कैंप कर रहे हैं। पार्टी की कोशिश है कि, दुमका के साथ ही संताल परगना में जयराम महतो का प्रभाव छोड़ा जाए।
संताल का महत्व।
एक बात तो बिल्कुल साफ है कि, झारखंड की राजनीति में अगर आपको अपनी पहचान बनानी है तो फिर संताल परगना में आपको मजबूत होना जरूरी है। यह बात जयराम महतो और उनकी पार्टी भी जानती है। यही वजह है कि, कोल्हान और कोयलांचल के साथ ही पार्टी संताल परगना में भी अपनी पूरी ताकत लगा रही है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता विजय कुमार सिंह कहते हैं कि, हमारी कोशिश है कि, नलिन सोरेन और सीता सोरेन के साथ ही हम अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करें। दुमका की लड़ाई को हम त्रिकोणीय बनाना चाहते हैं।
बूथों में नींबू पानी का इंतज़ाम।
चुनावी तैयारी की बात करें तो इन दिनों रांची समेत पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 47 डिग्री के पार चला गया है। दुमका, गोड्डा और राजमहल में भी शदीद गर्मी पड़ रही है। लिहाजा, निर्वाचन आयोग ने बूथों में खास व्यवस्था करने का दावा किया है। शेड के साथ ही बैठने के लिए कुर्सियां, नींबू का पानी और मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। निर्वाचन आयोग की कोशिश है कि, इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जाए।