झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन 29 अप्रैल को गांडेय उपचुनाव के लिए नॉमिनेशन करेंगी। यहां से पहले झामुमो के सरफराज अहमद विधायक थे लेकिन उन्होंने पिछले साल इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद से यह सीट खाली है। माना यह जा रहा है कि सरफराज अहमद से इस वजह से ही सीट खाली कराई गई ताकि कल्पना सोरेन को यहां से चुनाव लड़ाया जा सके। फिलहाल सरफराज अहमद राज्यसभा के सांसद हैं।
भाजपा की बात करें तो यहां से पार्टी ने बहुत पहले ही दिलीप वर्मा को चुनावी मैदान में उतार रखा है। लिहाजा, सीधा मुकाबला एनडीए और इंडिया एलायंस के बीच होने जा रहा है। कल्पना सोरेन के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है। यह चुनाव जीतना उनके लिए और भी जरूरी है क्योंकि यह उनके राजनीतिक करियर की दशा और दिशा तय करेगी। यही वजह है कि, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू लगातार चुनावी तैयारी को अमली जामा पहना रहे हैं। खुद कल्पना सोरेन भी कई बार गांडेय विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुकी हैं।
अल्पसंख्यकों की अच्छी खासी आबादी होने की वजह से झामुमो को भरोसा है कि, उन्हें मुसलमानों का वोट मिलेगा जो अब तक सरफराज अहमद को मिलते आया है। हालांकि, पिछले दिनों एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें मुस्लिम समाज के लोग पूर्व विधायक सरफराज अहमद को लेकर के बेहद नाराजगी जाहिर कर रहे थे।
एक तरफ 14 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी है तो दूसरी तरफ गांडेय उपचुनाव के लिए भी चुनावी अभियान जोर पकड़ चुका है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के सामने बीजेपी है। लिहाजा, दोनों ही पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं। ऐसे में गांडेय के लोगों को अपना प्रत्याशी चुनना है। क्या वे फिर से झामुमो के साथ जाते हैं या इस बार बीजेपी को मौका देते हैं।