सैकड़ों वित्त रहित शिक्षकों ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री बैद्यनाथ राम को उनके आवास पर सम्मानित किया। इंटरमीडिएट कॉलेज, उच्च विद्यालय, संस्कृत विद्यालय और मदरसा विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात की।
शिक्षकों की यादगार कार्य
शिक्षकों और कर्मचारियों ने मंत्री के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि, आपके द्वारा किए गए कार्य आज भी याद किए जाते हैं। दोगुना अनुदान, प्रस्वीकृति के मामलों और अन्य समस्याओं का समाधान करने के लिए उन्होंने मंत्री की प्रशंसा की।
अनुदान राशि में बढ़ोतरी की मांग
मोर्चा के प्रतिनिधियों ने अनुदान राशि 75% बढ़ाने की मांग करते हुए मंत्री को पत्र दिखाया। इसमें कमेटी ने बढ़ोतरी की अनुशंसा की है, जिसका अनुमोदन विभागीय मंत्री ने किया है, लेकिन इसे मंत्री परिषद को नहीं भेजा गया।
मुख्यमंत्री का आश्वासन और लंबित मामलों का निपटारा
मुख्यमंत्री ने सदन में वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त कर सरकारी कर्मियों के समान वेतन देने का आश्वासन दिया था। इस संदर्भ में शिक्षा सचिव ने कार्मिक विभाग को पत्र भेजा है, जो अभी भी लंबित है। इसके अलावा, 25 से ज्यादा स्कूल कॉलेजों की प्रस्वीकृति भी लंबित है, जिसे 30 जनवरी को ही स्क्रीनिंग कमेटी ने मंजूर किया था, लेकिन अभी तक विभागीय मंत्री का अनुमोदन नहीं मिला है।
संस्कृत और मदरसा विद्यालयों की समस्याएं
संस्कृत विद्यालयों और मदरसा विद्यालयों की समस्याएं भी मंत्री जी के सामने उठाई गईं। उन्होंने सभी मामलों को ध्यानपूर्वक पढ़ा और कहा कि शिक्षक कर्मियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।
राज्य स्तरीय सेमिनार में आमंत्रण
मोर्चा के प्रतिनिधियों ने 31 जुलाई को पलामू में राज्य स्तरीय सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होने के लिए मंत्री जी को आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
मंत्री का आश्वासन
मंत्री ने कहा कि समस्याओं का समाधान यथा शीघ्र हो सकेगा और उन्होंने कहा कि वे सभी समस्याओं को पहले से जानते हैं। सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन के मामले को भी उन्होंने प्राथमिकता से देखने का आश्वासन दिया।
सम्मानित करने वाले शिक्षक और प्रतिनिधि मंडल से वार्ता
मंत्री को सम्मानित करने वालों में रघुनाथ सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, देवनाथ सिंह, अरविंद सिंह, मनीष कुमार, गणेश महतो, संजय कुमार, नरोत्तम सिंह, राजनंदन महतो, मनोज कुमार तिर्की, रघु विश्वकर्मा, अर्जुन पांडे, विनय उराव, वीरेंद्र उराव, लोचन राम महतो, गुंजन कुमार, डालेश चौधरी और अशोक प्रसाद गुप्ता के साथ सैकड़ों शिक्षक और महिला शिक्षिकाएं शामिल थीं। मंत्री जी ने मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल से अगले सप्ताह वार्ता के लिए समय भी दिया।