वितरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों की मंत्री से मुलाकात, समाधान का मिला आश्वासन
मंत्री आवास पर प्रतिनिधि मंडल का स्वागत
वितरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा का 30 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह से उनके आवास पर मिला। मोर्चा के सदस्यों ने मंत्री महोदया का फूल-मालाओं, बुके और अंगवस्त्र देकर अभिनंदन किया।
दो सूत्रीय मांगों पर वार्ता
प्रतिनिधियों ने मंत्री को राज्य कर्मी का दर्जा और 75% अनुदान वृद्धि से संबंधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान दोनों मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
-
राज्य कर्मी का दर्जा:
- यह प्रस्ताव दिनांक 11 अक्टूबर 2021 से कार्मिक विभाग में लंबित है।
- विभाग को पत्र भी लिखा गया था और मंत्री महोदया द्वारा इस संबंध में ध्यानाकर्षण कराया गया था।
- सरकार की ओर से जवाब मिला था कि प्रक्रिया जारी है।
- मोर्चा के आंदोलन के बाद 2 अगस्त 2024 को विभागीय सचिव ने कार्मिक सचिव को स्मार पत्र भेजा, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
-
75% अनुदान वृद्धि:
- मोर्चा ने इस संबंध में संलेख दिखाया और त्वरित कार्रवाई की मांग की।
मंत्री महोदया ने दिया समाधान का आश्वासन
मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने मोर्चा के प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि दोनों समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करवाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने ज्ञापन को लेकर विधानसभा भी गईं और मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री से मुलाकात का अनुरोध
मोर्चा के प्रतिनिधियों ने अनुरोध किया कि मंत्री अपने नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाएं। इस पर उन्होंने सहमति जताते हुए कहा कि ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंप दिया जाएगा और समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
मोर्चा का आग्रह: समाधान जल्द हो
मोर्चा के नेता रघुनाथ सिंह ने मंत्री से अनुरोध किया कि शिक्षकों और कर्मचारियों को मझधार में न छोड़ें, बल्कि किनारे तक पहुंचाएं। इस पर मंत्री महोदया ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा, “जब हमने शुरुआत की है, तो समाधान भी हम ही करेंगे।”
प्रतिनिधि मंडल में शामिल शिक्षक और कर्मचारी
प्रतिनिधि मंडल में देवनाथ सिंह, अरविंद सिंह, फजलुल कादरी अहमद, गणेश महतो, मनीष कुमार, नरोत्तम सिंह, रघु विश्वकर्मा, मनोज कुमार, विरसो उरांव, शारदा चौधरी, सविता कुमारी, प्रियंका कुमारी, जया भारती, डालेश चौधरी, राजेश कुमार समेत 30 से अधिक शिक्षक, शिक्षिकाएं और कर्मचारी शामिल थे।
जानकारी देने वाले प्रमुख प्रतिनिधि
इस पूरी बैठक की जानकारी मनीष कुमार और अरविंद सिंह ने दी।