रांची के सर्वोदय बाल निकेतन उच्च विद्यालय में राज्य भर के वित्त रहित इंटर कॉलेज, उच्च विद्यालय, संस्कृत विद्यालय और मदरसा विद्यालयों के प्राचार्य, प्रधानाचार्य एवं शिक्षक प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता अनिल तिवारी, मोर्चा के वरिष्ठ नेता ने की।
मुख्य बिंदु:
- 500 से ज्यादा प्राचार्य/प्रधानाचार्य की भागीदारी
- 75% अनुदान वृद्धि पर सहमति
- मुख्यमंत्री से वेतन की मांग
- 2 अक्टूबर को उपवास और 8 अक्टूबर को महाधरना
- वेतनमान की मांग को राजनीतिक घोषणा पत्र में शामिल करने का आग्रह
बैठक में शामिल प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य
- इस बैठक में 500 से अधिक प्राचार्य और प्रधानाचार्य शामिल हुए।
- सभी ने एक स्वर से शिक्षा मंत्री बैजनाथ राम को धन्यवाद दिया, जिन्होंने 75% अनुदान वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
75% अनुदान वृद्धि पर चर्चा
- बैठक में बताया गया कि अनुदान बढ़ोतरी की संचिका पिछले एक वर्ष से लंबित थी, लेकिन शिक्षा मंत्री ने पहल कर उसे वित्त विभाग के लिए स्वीकृत कर दिया।
- 24 घंटों के भीतर विभागीय मंत्री द्वारा संचिका को अनुमोदन के लिए वित्त विभाग भेज दिया गया।
मुख्यमंत्री से अनुरोध
- सभी उपस्थित प्राचार्यों और प्रधानाचार्यों ने मुख्यमंत्री से अगली कैबिनेट बैठक में इसे शामिल करने का आग्रह किया, ताकि 10000 वित्त रहित शिक्षकों को न्याय मिल सके।
- उन्होंने मुख्यमंत्री से वित्त रहित शिक्षकों के वेतन की मांग की और कहा कि 25 वर्षों से ये शिक्षक बिना वेतन के केवल अनुदान पर काम कर रहे हैं।
आंदोलन की योजना
- सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि 2 अक्टूबर तक संचिका कैबिनेट में नहीं गई, तो सभी 10000 शिक्षक गांधी जयंती के दिन उपवास रखेंगे।
- 8 अक्टूबर को शिक्षक राज्य भर से रांची आकर राजभवन के सामने महाधरना देंगे।
घोषणा पत्र में वेतनमान की मांग
- मोर्चा ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे अपने घोषणा पत्र में वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त करने और वेतनमान देने की मांग को शामिल करें।
भविष्य की योजना
- मोर्चा के नेता मनीष कुमार, अर्जुन पांडे और भागीरथ पासवान ने शिक्षकों को आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
- साथ ही, राज्य के सभी विधायकों से मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने का भी निर्णय लिया गया।
आभार व्यक्त
- अंत में, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का आभार व्यक्त किया गया, जिन्होंने वित्त विभाग में संचिका भेजने में सहयोग किया।
- मोर्चा ने शिक्षा मंत्री बैजनाथ राम को भी धन्यवाद दिया, जिनके प्रयास से मोर्चा की सभी मांगों पर कार्रवाई हो रही है।