झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित “मादक पदार्थों के विरुद्ध राज्य स्तरीय जागरूकता” कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार नशा मुक्त झारखंड के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य भर में विशेष जागरूकता अभियान चलाकर नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जानकारी दी जा रही है।
नशे के दुष्प्रभावों के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार
राज्य सरकार गांव, मोहल्ला, पंचायत, प्रखंड, जिला एवं राज्य स्तर पर विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों से मादक पदार्थों से दूर रहने की अपील कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में नशीली पदार्थों का व्यापक रूप से फैलाव हो रहा है, विशेष रूप से युवा वर्ग को टारगेट किया जा रहा है।
नशीली पदार्थों के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई
राज्य सरकार द्वारा नशीली पदार्थों के तस्करों पर निरंतर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने कई जगहों पर अफीम की खेती को नष्ट किया है और ब्राउन शुगर, गांजा, डोडा आदि मादक पदार्थों की रिकवरी की है। सैकड़ों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और अंतराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया गया है।
आदिवासी रेजीमेंट के गठन की पहल। मुख्यमंत्री ने सेना के सामने रखी मांग।
युवाओं को नशे से बचाने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा हमारे राज्य और देश के भविष्य हैं। नशा मुक्त युवाओं के माध्यम से ही समृद्ध प्रदेश का निर्माण संभव है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे स्वयं और दूसरों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा “पूर्णत: संकल्पित झारखंड सरकार” पुस्तक का अनावरण भी किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन
कार्यक्रम के दौरान मानव श्रृंखला, साइकिल दौड़ और बच्चों की मैराथन दौड़ जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मुख्य सचिव एल०खियांग्ते, डीजीपी अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव वंदना दादेल, महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग के सचिव मनोज कुमार, पर्यटन विभाग के सचिव मनोज कुमार, डीजी सीआईडी अनुराग गुप्ता, आईजी सीआईडी, डीआईजी रांची, उपायुक्त रांची, वरीय पुलिस अधीक्षक रांची सहित अन्य गणमान्य लोग और स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।