छात्राओं से मिले मंत्री, कहा– अब लड़कियां भी बनेंगी डॉक्टर और इंजीनियर।

झारखंड/बिहार ताज़ा ख़बर रोज़गार समाचार विधानसभा चुनाव

🔹 मुख्य बिंदु:

  1. कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने रांची स्थित बालिका आवासीय विद्यालय का औचक निरीक्षण किया

  2. छात्राओं की उपस्थिति, भोजन, सुरक्षा और पुस्तकालय व्यवस्था की समीक्षा की

  3. छात्राओं से संवाद कर सरकार की योजनाओं की जानकारी दी

  4. नवनिर्माणाधीन छात्रावास भवन की प्रगति और गुणवत्ता का निरीक्षण

  5. सरकार छात्राओं की शिक्षा, हॉस्टल, स्कॉलरशिप और करियर गाइडेंस के लिए प्रतिबद्ध

  6. महिला सशक्तिकरण के लिए शिक्षा को सबसे प्रभावी माध्यम बताया



कल्याण मंत्री ने रांची के बालिका आवासीय विद्यालय का किया औचक निरीक्षण
झारखंड के कल्याण मंत्री श्री चमरा लिंडा ने बुधवार को रांची के जेल मोड़ स्थित राजकीय पिछड़ी जाति +2 आवासीय बालिका उच्च विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में संचालित शैक्षणिक गतिविधियों, छात्राओं की उपस्थिति, भोजन की गुणवत्ता, आवासीय सुविधाओं, पुस्तकालय और सुरक्षा व्यवस्था की विस्तार से समीक्षा की।

Jharkhand Welfare Department

छात्राओं से संवाद और योजनाओं की जानकारी दी
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने विद्यालय प्रबंधन समिति और छात्राओं से सीधे संवाद किया और उन्हें झारखंड सरकार द्वारा संचालित विभिन्न शैक्षणिक और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज की बेटियाँ डॉक्टर, इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी बन सकती हैं। अब वह सोच नहीं चलेगी कि लड़कियाँ केवल शादी के बाद घर की जिम्मेदारी निभाएंगी। आज महिलाएँ हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।

नवनिर्माणाधीन छात्रावास भवन का निरीक्षण
मंत्री श्री लिंडा ने विद्यालय परिसर में निर्माणाधीन बालिका छात्रावास भवन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता और प्रगति पर संतोष जताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि छात्राओं को शीघ्र सुरक्षित, आधुनिक और सुविधायुक्त आवास उपलब्ध कराया जाए।

Jharkhand Girls HostelKalyan Mantri Chamra Linda
कल्याण मंत्री चमरा लिंडा

छात्राओं के समग्र विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार छात्राओं की सभी शैक्षणिक जरूरतों – जैसे किताबें, ड्रेस, हॉस्टल, स्कॉलरशिप और करियर गाइडेंस – की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन इसके साथ ही यह भी आवश्यक है कि छात्राएँ पढ़ाई में मन लगाकर अच्छा प्रदर्शन करें और अपने परिवार, समाज और राज्य का नाम रोशन करें।

महिला सशक्तिकरण और समावेशी विकास की दिशा में प्रयास
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार शिक्षा को सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण का सबसे प्रभावशाली माध्यम मानती है। ऐसे औचक निरीक्षणों से यह सुनिश्चित होता है कि योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुँच रहा है। आने वाले समय में ऐसे विद्यालयों और छात्रावासों की संख्या और गुणवत्ता में लगातार सुधार किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *