नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने झारखंड सरकार के नियंत्रण से पूरी तरह बाहर हो चुकी कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि, राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है और सरकार तुष्टिकरण की राजनीति को धार देने में जुटी है।
आम और खास कोई भी सुरक्षित नहीं
बाउरी ने कहा कि राज्य में आम से लेकर खास, कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने यह बातें प्रदेश कार्यालय रांची में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। बाउरी ने कहा कि, आज सुबह सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि दारोगा अनुपम कच्छप की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कल विधानसभा सत्र के दौरान अधिवक्ता गोपी कृष्णा की चाकू गोदकर हत्या की खबर आई। वहीं, धुर्वा के पूर्व पार्षद का निधन भी इलाज के दौरान हो गया। बाउरी ने कहा कि यह घटनाएं कोई सामान्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिन तीन लोगों की हत्या हुई, वे अपने-अपने क्षेत्र के नामचीन थे।
झूठे वादों की झड़ी
अमर बाउरी ने आरोप लगाया कि, मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा के आखिरी सत्र में कई झूठे वादों की झड़ी लगाई गई, लेकिन कानून व्यवस्था पर चुप्पी साध ली। बाउरी ने कहा कि अब तक 7000 दुष्कर्म की घटनाएं हो चुकी हैं और प्रतिदिन पांच हत्याएं हो रही हैं। इन घटनाओं के पीड़ित आदिवासी, दलित और मूलवासी ही हैं।
तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप
बाउरी ने आरोप लगाया कि पुलिस से आदिवासी संगठनों के नेताओं, कार्यकर्ताओं व छात्रों को पिटवाया जा रहा है, ताकि घुसपैठियों को प्रबल सुरक्षा दी जा सके। बाउरी ने कहा कि जनता इस सरकार से मुक्ति पाना चाहती है और प्रार्थना कर रही है कि इस सरकार का कार्यकाल जल्द समाप्त हो।