कांग्रेस पर देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का आरोप
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पार्टी पर देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है। इसके परिणामस्वरूप देश को भारी नुकसान हुआ है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव और कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन
मरांडी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी दल किसी के साथ गठबंधन कर सकता है, लेकिन नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र में किए गए वादे देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं।
कांग्रेस और राहुल गांधी पर सवाल
बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और उनके सहयोगी दलों से सवाल किया कि क्या वे नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम को भी यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे नेशनल कांफ्रेंस के विचारों के साथ हैं या नहीं।
नेशनल कांफ्रेंस के वादों पर आपत्ति
मरांडी ने नेशनल कांफ्रेंस के वादों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे जम्मू-कश्मीर में फिर से अलग झंडे, धारा 370 और आर्टिकल 35 ए को बहाल करने के वादों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि ये वादे जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने की कोशिश है।
कांग्रेस की नीतियों के खिलाफ भाजपा का विरोध
मरांडी ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों के कारण देश को लंबे समय तक भारी कीमत चुकानी पड़ी है। उन्होंने 1947 के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति और धारा 370 व 35 ए के खिलाफ भाजपा के संघर्ष को याद किया।
धारा 370 और 35 ए की समाप्ति के ऐतिहासिक फैसले की सराहना
बाबूलाल ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा देश की अखंडता और एकता को सर्वोपरि माना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 और 35 ए को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर की तकदीर बदलने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों और दलित-आदिवासी समुदायों को समान अधिकार प्राप्त हुए हैं।
कांग्रेस से मंशा स्पष्ट करने की मांग
मरांडी ने कांग्रेस पार्टी से जनता के सामने अपनी मंशा स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि वे नेशनल कांफ्रेंस के विभाजनकारी विचारों और नीतियों का समर्थन करते हैं या नहीं।