रांची में स्वर्णिम भारत एक्सपो 2025 का भव्य शुभारंभ
राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया उद्घाटन, आत्मनिर्भर भारत की झलक पेश
मुख्य बिंदु
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रांची में स्वर्णिम भारत एक्सपो 2025 का शुभारंभ
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राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया उद्घाटन
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डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा दूसरे दिन होंगे शामिल
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ISRO, CSIR, ICAR, UIDAI समेत राष्ट्रीय संस्थानों की भागीदारी
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आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत@2047 की दिशा में प्रदर्शित उपलब्धियाँ
परिचित फ़ाउंडेशन के तत्वावधान में राष्ट्रीय आयोजन
रांची में 21 अगस्त को सरला बिरला विश्वविद्यालय में स्वर्णिम भारत एक्सपो 2025 का उद्घाटन हुआ। इस आयोजन का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया। एक्सपो का आयोजन परिचित फ़ाउंडेशन द्वारा किया गया है और इसका संचालन सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में हो रहा है। हालांकि डॉ. प्रदीप वर्मा संसदीय कार्यों की व्यस्तता के कारण उद्घाटन में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन वे 22 अगस्त को एक्सपो में प्रतिभागियों और आगंतुकों से संवाद करेंगे।
आत्मनिर्भर भारत का संकल्प
राज्यपाल गंगवार ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत की झलक हमारे वैज्ञानिक संस्थानों, उद्योगों और पारंपरिक क्षेत्रों की उपलब्धियों में दिखती है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन नवाचार, धरोहर और उद्यमिता को एक ही मंच पर लाकर नए भारत की आकांक्षाओं को मूर्त रूप देते हैं।
राष्ट्रीय संस्थानों की रही विशेष भागीदारी
पहले दिन ही कई राष्ट्रीय संस्थाओं ने अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया। इनमें शामिल रहे –
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
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वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)
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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)
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भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI)
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भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR)
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UIDAI, BIS, APEDA, NHPC, NALCO, IRCON, कॉनकॉर, जल शक्ति मंत्रालय, DAE, ASI सहित अन्य संस्थान
प्रदर्शनी में विविधता और नवाचार
एक्सपो में अंतरिक्ष और स्वास्थ्य क्षेत्र के अत्याधुनिक अनुसंधान, कृषि और ऊर्जा के नए आयाम, अवसंरचना विकास, हस्तशिल्प और हैंडलूम की परंपरा को भव्य रूप से प्रदर्शित किया गया। यह सभी उपलब्धियाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” के संकल्प को आगे बढ़ाती हैं।
23 अगस्त तक जारी रहेगा आयोजन
यह एक्सपो 23 अगस्त 2025 तक चलेगा। इसमें ज्ञानवर्धक सत्र, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और उद्योग संवाद आयोजित होंगे। आयोजन का उद्देश्य भारत को विकसित भारत 2047 की दिशा में नवाचार, उद्यमिता और समावेशी विकास का रोडमैप प्रस्तुत करना है।