🔹 प्रमुख बिंदु:
-
राज्यपाल ने 10वीं-12वीं के मेधावी छात्रों को किया सम्मानित
-
बहरागोड़ा की बहुभाषी-सांस्कृतिक विरासत की सराहना
-
शिक्षा को बताया राष्ट्र निर्माण की नींव
-
युवाओं से समाज निर्माण में योगदान का आह्वान
-
लोकसभा सांसद विद्युत वरण महतो ने विश्वविद्यालय की मांग उठाई
-
राज्यपाल ने छात्रों के साथ सादगी से किया भोजन
राज्यपाल ने कहा – शिक्षा केवल उन्नति नहीं, जिम्मेदारी का बोध है
बहरागोड़ा (पूर्वी सिंहभूम) में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह–2025 के मंच से झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने न केवल विद्यार्थियों को सम्मानित किया, बल्कि शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी पर गहन विचार भी रखे। इस कार्यक्रम का आयोजन आशीर्वाद संस्था द्वारा किया गया, जिसमें 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।
राज्यपाल ने कहा कि बहरागोड़ा एक बहुभाषी और सांस्कृतिक विविधता से समृद्ध क्षेत्र है। यहाँ की प्रतिभाएं देश-विदेश में झारखंड का नाम रोशन कर रही हैं। यह समारोह केवल पुरस्कार वितरण का अवसर नहीं है, बल्कि परिश्रम, अनुशासन और सामाजिक उत्तरदायित्व के मूल्यों का उत्सव है।
ग्रामीण प्रतिभाओं को मिला मंच, युवाओं को मिला संदेश
राज्यपाल ने ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच देने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहलों से न केवल विद्यार्थी प्रोत्साहित होते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच भी विकसित होती है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे जीवन में संस्कार, अनुशासन और समाज के प्रति जिम्मेदारी को प्राथमिकता दें।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत विकास नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए उत्तरदायी नागरिक बनाना होना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे विज्ञान, तकनीक और नवाचार के जरिए अपने क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं के समाधान खोजें।
इसे भी पढ़ें-
‘देश का भविष्य स्कूली शिक्षा की मज़बूती पर निर्भर’
राज्यपाल गंगवार ने स्कूली शिक्षा की महत्ता पर ज़ोर देते हुए कहा कि “देश का भविष्य स्कूली शिक्षा की मज़बूती पर निर्भर करता है।” उन्होंने बताया कि राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन उसकी नींव मजबूत तभी होगी जब प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की गुणवत्ता भी उच्च हो।
छात्रों के साथ किया भोजन, मिला ‘पीपुल्स गवर्नर’ का संबोधन
समारोह के दौरान राज्यपाल ने सादगी से छात्र-छात्राओं के साथ बैठकर भोजन भी ग्रहण किया। इस भावनात्मक क्षण में छात्र-छात्राएं अत्यंत प्रसन्न दिखे और उनकी सादगीपूर्ण छवि ने वहाँ उपस्थित जनसमूह का दिल जीत लिया। कई लोगों ने उन्हें प्रेमपूर्वक ‘पीपुल्स गवर्नर’ की उपाधि दी।
विद्युत वरण महतो ने विश्वविद्यालय स्थापना की मांग रखी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा सांसद विद्युत वरण महतो ने बहरागोड़ा की शैक्षिक जागरूकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यहाँ विश्वविद्यालय की स्थापना से झारखंड के साथ-साथ ओडिशा और पश्चिम बंगाल के विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को भी सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता जताई।
आयोजन बना प्रेरणा का केंद्र
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने राज्यपाल की उपस्थिति को ऐतिहासिक और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्पद बताया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल हमेशा उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए चिंतित रहते हैं और इसे लेकर गंभीर प्रयास कर रहे हैं।
उपस्थित रहे हजारों लोग
इस सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, अभिभावक, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। यह आयोजन न केवल सम्मान का अवसर बना, बल्कि बहरागोड़ा क्षेत्र की शैक्षणिक जागरूकता और सामाजिक ऊर्जा का प्रमाण भी साबित हुआ।