वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा 26 अगस्त को विधानसभा के सामने देगा महाधरना
5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर राजभवन घेराव की भी घोषणा
रांची, 21 अगस्त 2025- वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने राज्य सरकार पर अनुदान वृद्धि और शिक्षकों से संबंधित लंबित फैसलों को जानबूझकर रोके जाने का आरोप लगाते हुए आंदोलन का बिगुल फूँक दिया है।
मोर्चा ने घोषणा की है कि 26 अगस्त 2025 को विधानसभा के सामने एक दिवसीय महाधरना दिया जाएगा। इसके बाद 5 सितंबर शिक्षक दिवस को राजभवन घेराव कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
शिक्षकों का आरोप: वादे के बावजूद भेदभाव
बैठक में शामिल इंटर कॉलेज, उच्च विद्यालय, संस्कृत और मदरसा विद्यालयों के प्राचार्यों एवं शिक्षकों ने आरोप लगाया कि 75% अनुदान वृद्धि पर विधि और वित्त विभाग की स्वीकृति के बावजूद शिक्षा सचिव और मुख्यमंत्री के बीच विमर्श लंबित रहने से हजारों शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि संबद्ध डिग्री कॉलेजों को 2023 में ही 75% अनुदान वृद्धि का लाभ मिल चुका है, लेकिन समान नियमावली के तहत आने वाले इंटर कॉलेजों और विद्यालयों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
अवधि विस्तार और शासी निकाय पर विवाद
मोर्चा ने चेतावनी दी कि यदि अवधि विस्तार और शासी निकाय के नाम पर अनुदान रोका गया तो राज्यभर के शिक्षक सड़क पर उतरेंगे और आंदोलन के साथ-साथ उच्च न्यायालय में भी रिट याचिका दायर करेंगे।
सीट निर्धारण पर भी नाराज़गी
बैठक में कहा गया कि इंटर कॉलेजों में प्रत्येक संकाय में 512 सीट निर्धारित करना अधिनियम के विरुद्ध है। जैक (JAC) पर आरोप लगाया गया कि वह जानबूझकर सीट वृद्धि को रोक रहा है, जबकि अदालत पहले ही अतिरिक्त सीट बढ़ाने का अधिकार जैक को दे चुकी है।
हाईकोर्ट के आदेश का स्वागत
बैठक में इंटर शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष किए जाने के उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत किया गया। शिक्षकों ने कहा कि यह फैसला इंटर शिक्षकों के लिए न्यायपूर्ण है।
आंदोलन की तैयारी
मोर्चा ने साफ कहा है कि अगर सरकार ने समय रहते अनुदान और सीट वृद्धि से जुड़े मुद्दों का समाधान नहीं किया तो शिक्षक वर्ग बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगा।
बैठक की अध्यक्षता गणेश महतो ने की और अंत में दिशोम गुरु शिबू सोरेन एवं पूर्व शिक्षा मंत्री स्व. रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि दी गई।