बुलेट पॉइंट्स.
- हेमंत सोरेन कैबिनेट का बहुप्रतीक्षित विस्तार हुआ।
- झामुमो, कांग्रेस और राजद से कुल 11 मंत्रियों ने शपथ ली।
- झामुमो के वरिष्ठ नेता मथुरा प्रसाद महतो और लुईस मरांडी को जगह नहीं मिली।
- कांग्रेस के तीन चर्चित नेताओं को भी कैबिनेट में स्थान नहीं दिया गया।
- कैबिनेट में महिला प्रतिनिधित्व का अभाव स्पष्ट दिखा।
- मंत्रिमंडल विस्तार के बाद असंतोष और प्रतिक्रियाओं पर नजर बनी हुई है.
हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार: प्रमुख घटनाएं और मंत्री सूची
कैबिनेट विस्तार: शपथ ग्रहण समारोह
हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार आखिरकार हो गया। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें नए मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
- झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से:
- दीपक बिरुवा
- योगेंद्र प्रसाद
- रामदास सोरेन
- हफीजुल हसन अंसारी
- चमरा लिंडा
- सुदिव्य कुमार सोनू
- कांग्रेस (INC) से:
- राधा कृष्ण किशोर
- दीपिका पांडे सिंह
- शिल्पी नेहा तिर्की
- इरफान अंसारी
- राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से:
- संजय प्रसाद यादव
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मथुरा प्रसाद महतो को नहीं मिली जगह
- झामुमो के वरिष्ठ नेता मथुरा प्रसाद महतो का नाम मंत्री बनने के लिए जोर-शोर से चल रहा था।
- लेकिन, अंतिम समय में उनका नाम हटा दिया गया।
- उनके आवास पर बड़ी संख्या में टुंडी विधानसभा क्षेत्र के लोग बधाई देने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा।
लुईस मरांडी भी रेस में थीं
- हेमंत सोरेन कैबिनेट में लुईस मरांडी को स्थान नहीं मिला।
- ऐसा माना जा रहा था कि उन्हें संथाल और महिला प्रतिनिधित्व के आधार पर जगह दी जाएगी।
- लेकिन, झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे से किसी महिला को मंत्री नहीं बनाया गया।
कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को मौका नहीं
- कांग्रेस में राजेश कच्छप, नमन विकसल कोंगाड़ी और अनूप सिंह जैसे नाम भी चर्चा में थे।
- लेकिन इन नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं दिया गया।
आगे की राह: असंतोष पर नजर
- मंत्रिमंडल गठन के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि जिन नेताओं को स्थान नहीं मिला, उनकी प्रतिक्रिया क्या रहती है।
- आगामी दिनों में मंत्रियों के कामकाज और असंतोष के स्वर कैबिनेट के भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं।