झामुमो की ‘गिद्ध राजनीति’ पर भाजपा का तीखा वार, अजय साह बोले – “अपने अपराध पर मौन, दूसरों पर शोर”
मुख्य बिंदु:
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झामुमो की ओडिशा पर टिप्पणी को भाजपा ने बताया ‘सेलेक्टिव पॉलिटिक्स’
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अजय साह बोले – झारखंड में शोषण पर चुप, भाजपा शासित राज्यों में सियासी रोटियाँ
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कोलकाता और पलामू की घटनाओं पर झामुमो की चुप्पी को लेकर भाजपा ने उठाए सवाल
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झारखंड में महिला सुरक्षा और CWC व्यवस्था पर भी भाजपा का हमला
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ओडिशा की घटना पर भाजपा ने कहा – दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
झामुमो की प्रेस वार्ता पर भाजपा का पलटवार
रांची, 16 जुलाई 2025- झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की आज की प्रेस वार्ता और ओडिशा की घटना पर की गई बयानबाजी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने करारा पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने झामुमो की प्रतिक्रिया को “गिद्ध राजनीति” करार देते हुए कहा कि पार्टी अब अपने नैतिक धरातल को पूरी तरह खो चुकी है।
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“सेलेक्टिव पॉलिटिक्स” का आरोप
अजय साह ने तीखा हमला करते हुए कहा कि झामुमो अब चुनिंदा घटनाओं पर राजनीति करने वाली पार्टी बन चुकी है। उन्होंने कहा,
“जब अपराधी उनके गठबंधन का होता है, तब वे चुप रहते हैं। पर जैसे ही भाजपा शासित राज्य में कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटती है, वे गिद्ध की तरह मौके पर टूट पड़ते हैं।”
उन्होंने यह भी पूछा कि जब कोलकाता के आरजे कर मेडिकल कॉलेज में छात्रा से दुष्कर्म हुआ या कोलकाता लॉ कॉलेज में इंडी गठबंधन से जुड़े छात्र नेता पर गैंगरेप का आरोप लगा – तब झामुमो क्यों चुप रहा?
झारखंड में अपराधों पर झामुमो की चुप्पी
भाजपा प्रवक्ता ने झारखंड में हुई कई घटनाओं की याद दिलाई – जैसे पलामू शेल्टर होम में नाबालिग से उत्पीड़न का आरोप और लातेहार के स्कूल में यौन शोषण की घटना – जिन पर झामुमो सरकार की चुप्पी को उन्होंने शर्मनाक बताया।
उन्होंने कहा,
“झामुमो झारखंड को तबाह कर चुका है, अब दूसरे राज्यों की घटनाओं पर राजनीति कर रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार में महिला सुरक्षा की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। राज्य महिला आयोग अभी तक गठित नहीं हुआ, और CWC व महिला थाने सिर्फ कागज़ों पर मौजूद हैं।
भाजपा की स्पष्टता: ओडिशा मामले में नहीं होगी ढील
अजय साह ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा ओडिशा की घटना को बेहद गंभीरता से ले रही है और आरोपी को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन साथ ही उन्होंने झामुमो को आईना दिखाते हुए कहा कि पहले अपने राज्य की जिम्मेदारी निभाएं, फिर दूसरों को सिखाएं।
भाजपा और झामुमो के बीच शब्दों की जंग तेज हो गई है। जहां झामुमो भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार को मुद्दा बना रहा है, वहीं भाजपा झारखंड में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाकर झामुमो की नैतिकता पर सवाल खड़े कर रही है। आने वाले समय में यह राजनीतिक भिड़ंत और तेज़ हो सकती है।