मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सहायक पुलिसकर्मी झारखंड सरकार

Sahayak Police- सरकार से वार्ता के लिए तैयार लेकिन बुलावा तो आए।

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अनिश्चितकालीन धरने पर सहायक पुलिसकर्मी

रांची के मोरहाबादी मैदान मेें सहायक पुलिसकर्मी अपनी न्यायिक मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। इस बीच में मुख्यमंत्री ने प्रेस के माध्यम से वक्तव्य दिया है कि, झारखंड सरकार सहायक पुलिसकर्मियों के प्रति सकारात्मक है और उनके लिए दरवाजा खुला है। सरकार बातचीत करना चाहती है।

सहायक पुलिसकर्मियों की प्रतिक्रिया

सहायक पुलिसकर्मियों का कहना है कि, अगर सरकार वास्तव में सकारात्मक और संवेदनशील है, तो समस्या का निदान करने के लिए स्पष्ट नीति क्या है? दरवाजा खुला है, तो किस प्रकार का दरवाजा खुला है? हम लोग किस माध्यम से उस दरवाजे तक पहुंचें? कहां और कैसे बातचीत होगी? बातचीत का विषय क्या होगा? और इसका फलाफल कब तक मिलेगा?

पसोपेश में सहायक पुलिसकर्मी

सहायक पुलिसकर्मियों में कई सवाल उठ रहे हैं। गृह विभाग के विशेष सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह विभाग के प्रधान सचिव के समक्ष वार्ता एवं मांग पत्र सौंपा गया था। इसका क्या हुआ, इसकी वस्तु स्थिति स्पष्ट नहीं है।

स्पष्टता की मांग

सहायक पुलिसकर्मी मांग कर रहे हैं कि, सरकार और उसके प्रतिनिधि स्पष्ट करें कि, किस स्तर पर, कहां, और कैसे बातचीत होगी और उसका लाभ कब मिलेगा। सहायक पुलिसकर्मी सरकार के वक्तव्य से असमंजस में हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द इस पर सरकार निर्णय लेगी और उनके दर्द को समझ कर इसका निदान करेगी।

प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन

उपरोक्त बिंदुओं को संकलन एवं प्रसारण हेतु, आज दिनांक 10 जुलाई 2024 को दिन के 2:30 बजे, मोराबादी मैदान में मंच के समीप एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई है। इसमें सभी मीडिया बंधु नक्सल प्रभावित सहायक पुलिसकर्मियों की आवाज बनें और उनकी समस्याओं के निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

 

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