नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में हुआ लोकार्पण
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में लेखक इफ्तेखार महमूद द्वारा लिखित पुस्तक ‘महाजनी जुल्म विरोधी जनांदोलन’ का विमोचन स्वतंत्र प्रकाशन के स्टॉल पर सम्पन्न हुआ।
रामगढ़ के ऐतिहासिक जनआंदोलन को किया उजागर
समारोह में बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए लेखक इफ्तेखार महमूद ने बताया कि यह पुस्तक आज़ादी के बाद से सत्तर के दशक तक रामगढ़ जिले में महाजनी जुल्म के खिलाफ चले जनांदोलन की गौरवशाली गाथा को सामने लाती है। उन्होंने कहा कि यह किताब झारखंड की मिट्टी में शामिल शहीदों के लहू से नई पीढ़ी को परिचित कराने का कार्य करती है।
इतिहास के अनछुए पहलुओं को समेटने का प्रयास
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रामकृष्ण पंडा ने कहा कि यह किताब बोंगई जनांदोलन की गौरवशाली गाथा को नई पीढ़ी के सामने लाने का महत्वपूर्ण कार्य करती है। वहीं, वामपंथी नेता डॉ. गिरीश ने इस तरह की पुस्तकों के प्रकाशन और प्रसार को आवश्यक बताया।
लेखन और प्रकाशन का महत्वपूर्ण दायित्व
पुस्तक के प्रकाशक सुशील स्वतंत्र ने कहा कि ऐसे ऐतिहासिक जनांदोलनों को दस्तावेज के रूप में संरक्षित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब लेखक कलम उठाने का कार्य छोड़ देंगे, तो आंदोलनकारियों और श्रमिक नेताओं को ही लेखन का दायित्व निभाना होगा, जैसा कि इफ्तेखार महमूद ने किया है।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर विवेक श्रीवास्तव, मोहम्मद मुस्लिम, जुल्फिकार अली खान, कुमार उदय राज, शिल्पी ए., प्रो. असिरुल हक (जामिया टीचर्स एसोसिएशन), एम.के. मोईन, रजिंदर सोनी सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।