प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और चुनावी सभा झारखंड के घाटशिला में हुआ। इस दौरान उन्होंने इंडिया गठबंधन की जमकर आलोचना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि, गठबंधन के लोग गरीबों की संपत्ति और एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण छीन कर मुसलमान को देंगे। पीएम ने आगे कहा कि, कांग्रेस के शहजादे जिस तरह से उद्योगपतियों और उद्योगों का विरोध कर रहे हैं उसकी वजह से कांग्रेस शासित प्रदेशों में कोई नया उद्योग नहीं लग रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, राहुल गांधी की भाषा नक्सलियों वाली, माओवादियों वाली है। नक्सली भी बिना लेवी लिए कोई काम नहीं करते हैं।
नोटों के पहाड़ की वजह से झारखंड की चर्चा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, झारखंड खनिज संपदा से परिपूर्ण राज्य है। हालांकि, अब झारखंड की चर्चा सिर्फ इस वजह से होती है कि, यहां नोटों के पहाड़ मिलते हैं। मोदी उन पैसों को गरीबों को लौटाएगा। पीएम ने कहा कि, बीजेपी ने आदिवासियों को उसका पूरा हक और अधिकार दिया है। हमने ही भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। देश में पहली बार आदिवासी समाज की महिला को राष्ट्रपति के पद पर बैठाया गया है।
झामुमो ने सेना की ज़मीन हड़पी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा पर जमीन हड़पने और सेना की जमीन पर कब्जा करने का की बात कहते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, राजद ने भी सरकारी नौकरियों के बदले गरीबों से जमीन लूटी। कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है। लिहाजा, झारखंड मुक्ति मोर्चा भी उसी रास्ते पर चल पड़ी है। परिवारवाद पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भाग कर रायबरेली पहुंचे हैं। कहते हैं कि यह मेरी मम्मी का सीट है। सोनिया गांधी भी कहती हैं कि रायबरेली को मैं अपना बेटा सौंपने आई हूं। हालांकि, ये लोग कोविड महामारी के दौरान एकबार फिर रायबरेली की सुध लेने नहीं आए।