भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने माँगी उच्चस्तरीय जांच
झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने बाबा धाम, देवघर में हुए साइबर फ्रॉड की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक नौ हजार से अधिक श्रद्धालुओं से साढ़े चार करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की जा चुकी है।
साइबर फ्रॉड की गंभीरता पर बल
अजय साह ने कहा कि यह मामूली घटना नहीं है। इतने बड़े स्तर पर ठगी एक दिन में या एक व्यक्ति द्वारा संभव नहीं है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि निश्चित रूप से इस धोखाधड़ी में कई लोग शामिल होंगे।
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल
अजय साह ने आगे कहा कि बाबा धाम न केवल झारखंड, बल्कि पूरे भारत के लिए आस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। ऐसे पवित्र स्थल पर साइबर ठगी होना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि इतनी बड़ी घटना को रोकने में प्रशासन पूरी तरह असफल रहा।
पुलिस प्रशासन का विफल खुलासा
अजय साह ने उल्लेख किया कि इस मामले का खुलासा पुलिस प्रशासन ने नहीं, बल्कि शिव भक्तों ने किया। इससे प्रशासन की कार्यकुशलता पर प्रश्न चिह्न लग गया है।
“जामताड़ा मॉडल” और साइबर अपराध
साह ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार के शासन में साइबर अपराधियों से लेकर चोर और डकैत तक सभी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों के मन से कानून का डर खत्म हो गया है। पहले ही झारखंड “जामताड़ा मॉडल” के कारण साइबर अपराध के लिए बदनाम था, और अब बाबा धाम जैसे अत्यंत पवित्र स्थल के नाम पर हो रही ठगी ने पूरे झारखंड के शिव भक्तों का सिर शर्म से झुका दिया है।
नेताओं की बयानबाजी की जिम्मेदारी
अजय साह ने कहा कि इस फ्रॉड के लिए कुछ नेताओं की बयानबाजी भी जिम्मेदार है। उन्होंने इरफान अंसारी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कभी जामताड़ा के साइबर अपराधियों की प्रशंसा की थी और उन्हें तेज और ज्ञानी बताया था।
कड़ी कार्रवाई और जनता का विश्वास बहाल
साह ने जोर देकर कहा कि प्रशासन को तत्काल इस ठगी की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि वे इस घटना की गंभीरता को समझते हुए उचित कदम उठाएं।