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मुख्य बिंदु:
- सीबीआई जांच की मांग: परीक्षा में कथित गड़बड़ियों पर जांच की मांग।
- आयोग का घेराव: 16 दिसंबर को छात्रों द्वारा कार्यालय घेराव की तैयारी।
- आंदोलन की रणनीति: छात्र और अभिभावक रांची में जुटेंगे।
- प्रशासन का रवैया: आयोग कार्यालय के आसपास निषेधाज्ञा लागू।
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन जारी: 16 से 20 दिसंबर तक प्रमाण पत्रों की जांच.
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झारखंड सीजीएल परीक्षा विवाद: छात्रों का आंदोलन तेज
सीबीआई जांच और परीक्षा रद्द करने की मांग पर जोर
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा संचालित सीजीएल परीक्षा को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। परीक्षा में कथित अनियमितताओं के खिलाफ सीबीआई जांच और परीक्षा रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है।
JLKM ने किया आंदोलन का ऐलान
JLKM केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष और छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने आज मीडिया कॉन्फ्रेंस में 16 दिसंबर 2024 (सोमवार) को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय का घेराव करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि रविवार को पूरे राज्य से छात्र और अभिभावक राजधानी रांची पहुंचेंगे और ठंड के बावजूद रात्रि पड़ाव करेंगे।
अनुशासित तरीके से होगा घेराव
सोमवार को, जब आयोग द्वारा दस्तावेज़ सत्यापन का काम जारी रहेगा, उसी समय हजारों छात्र अनुशासित तरीके से आयोग कार्यालय का घेराव करेंगे।
मीडिया कॉन्फ्रेंस में छात्र संगठनों की भागीदारी
मीडिया वार्ता के दौरान अरशद अली, परशुराम मानकी, विमल कुमार, चंदन, विक्की समेत विभिन्न छात्र संगठनों के नेता उपस्थित थे। मौके पर डिप्टी एसपी अपने प्रशासनिक दल के साथ पहुंचे, लेकिन भारी समर्थन के बीच देवेंद्र नाथ महतो ने गमछा बांधकर बाइक से मौके से प्रस्थान किया।
आयोग की स्थिति और प्रशासन की तैयारी
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के सचिव ने भी शनिवार को मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि 16 से 20 दिसंबर तक चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी। साथ ही, आयोग कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर निषेधाज्ञा जारी की गई है।