झारखंड के जननायक शिबू सोरेन के निधन पर आलू-प्याज़ थोक विक्रेता संघ ने जताया शोक
रांची।
झारखंड आंदोलन के महानायक, आदिवासी अस्मिता की आवाज और दिशोम गुरु के रूप में पहचान रखने वाले शिबू सोरेन के निधन पर पंडरा बाजार समिति आलू-प्याज़ थोक विक्रेता संघ, रांची ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
झारखंड की आत्मा को मिले सम्मान, गुरुजी को मिले भारत रत्न: डॉ. इरफान अंसारी.
संघ के अध्यक्ष मदन प्रसाद, सचिव रोहित कुमार और संगठन के अन्य सदस्यों ने एकजुट होकर दिवंगत नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। संघ ने अपने शोक संदेश में कहा कि शिबू सोरेन न सिर्फ एक राजनेता थे, बल्कि झारखंडी स्वाभिमान, संघर्ष और आत्मसम्मान की जीवित प्रतिमूर्ति थे।
उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का गठन दिशोम गुरु के विचार, संघर्ष और समर्पण की ही देन है। वे जीवनभर जंगल, ज़मीन और जन के अधिकारों के लिए लड़ते रहे। उनके नेतृत्व में चला आंदोलन झारखंड की राजनीतिक चेतना का आधार बना।
संघ ने यह भी कहा कि जिन मूल्यों के लिए दिशोम गुरु खड़े रहे, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। उनकी सादगी, दूरदर्शिता और आम लोगों से जुड़ाव उन्हें जन नेता से कहीं अधिक बनाता है।
सचिव रोहित कुमार ने कहा,
“शिबू सोरेन का जाना केवल एक नेता का नहीं, बल्कि एक युग का अंत है।”
संघ ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए, परिजनों व अनुयायियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।