रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने नवाटांड़ पल्ली के कैथोलिक विश्वासियों के लिए मिस्सा बलिदान अर्पित किया।
महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद का नवाटांड़ पल्ली में आना और मिस्सा बलिदान अर्पित करना, वहां के कैथोलिक विश्वासियों के लिए पहला अवसर रहा। इस शुभ अवसर पर नवाटांड़ के युवाओं ने महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद को नारो ग्राम से नवाटांड़ पल्ली तक स्कोर्टिंग किया। महाधर्माध्यक्ष को पलकी में बैठा कर नाचते बजाते हुए पल्ली परिसर में भव्य स्वागत किया गया। मिस्सा बलिदान की अगुवाई आर्चबिशप विंसेट आइंद ने की।
इस दरम्यान अपने प्रवचन में महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने कहा कि, जैसे हमारा ईश्वर एक हैं। उसमें तीनजन होने के बावजूद एक ही हैं। क्योंकि उनके प्रेम की घनिष्ठता इतनी मज़बूत है कि, उनमें कोई अलगाव नहीं है। वैसे ही हम भी अनेक होते हुए भी एक ही परिवार हैं। हम सब एक ही उद्देश्य से जमा होते हैं। प्रत्येक अपनी जिम्मेदारियों को जानता और उनको पूरा करता है। महाधर्माध्यक्ष ने विश्वासियों की भक्ति की सराहना की।
मिस्सा के अंत में सभी दृढ़करण लेने वाले बच्चें बच्चियों को अपनी पवित्रता बनाए रखने का सन्देश देते हुए उन्हें पहली बार संस्कार ग्रहण करने पर शुभकामनाएं दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अपने आशीर्वचन में धर्माध्यक्ष ने सभी से सहयोग का भी अनुरोध किया। इस अवसर पर रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के आलावा, नवाटांड़ पल्ली पुरोहित फा. क्रिस्टोफर लकड़ा, सहायक पल्ली पुरोहित फा. सेबेस्टियन डिसूजा, मंडार की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, आर्चबिशप के सेक्रेटरी फा. असीम मिंज, फा. रेजीनाल्ड एवं हज़ारों की संख्या में ख्रीस्त विश्वासी शामिल हुए।