क्या बड़कागांव से कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद की जान को खतरा है। क्या उन्हें किसी अनहोनी का डर सता रहा है। दरअसल, रामनवमी के दिन उनके साथ जो वारदात हुई है उसके बाद वे इस आशंका से बाहर नहीं आ पा रही हैं। रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने इस मामले में तफसील से जानकारी दी।
अंबा प्रसाद ने बताया कि, बरकाकाना नया नगर में रामनवमी जुलूस में शामिल होने के लिए वे गई थीं लेकिन उनके साथ बदसलुकी हुई और उनके सुरक्षाकर्मियों और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट हुई। इतना ही नहीं हथियार लूटने की भी कोशिश हुई। उन्होंने बताया कि, आजसू कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी जग जाहिर है। चुनाव के दौरान यह घटना और भी बढ़ जाती है। अंबा प्रसाद ने कहा कि, भगवान राम किसी दल विशेष के नहीं हैं। उनके स्वागत में स्थानीय विधायक का उपस्थित होना क्या अपराध है। राम तो मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। जीवन के हर संबंध में उन्हें हम आदर्श के रूप में देखते हैं।
विधायक अंबा प्रसाद कहती हैं कि, बरकाकाना में मंच पर उपस्थित पार्टी विशेष के कुछ मनचलों का व्यवहार कहीं से भी राम भक्तों का नहीं लगता है। विधायक ने कहा कि, रामनवमी अखाड़े के भ्रमण के दौरान सभी जगह उनका अभूतपूर्व स्वागत किया गया लेकिन जिस समिति में आजसू के कार्यकर्ता पूजा समिति के अध्यक्ष या किसी भी पद पर आसीन हैं। वे लोग सीधा विरोध कर रहे थे। जबकि बुद्धिजीवी मंच ने इसका पुरजोर विरोध किया। हद तो तब हो गई जब उन्हें माइक पर कुछ बोलने के लिए कहा गया तो उनका माइक छीन लिया गया।
वैसे तो विधायक ने अपनी सुरक्षा को पर्याप्त बताया है और सुरक्षा बढ़ाने की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि, इस पूरे मामले पर प्रशासन को कठोर कार्रवाई करना चाहिए। जब स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ आजसू के कार्यकर्ता इस प्रकार की हरकत कर सकते हैं तो पूरे क्षेत्र वासियों के साथ क्या किया जाएगा। यह चिंता और चिंतन का विषय है। फिलहाल, इस विषय पर ना तो आजसू की तरफ से और ना ही बीजेपी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया मिली है।