🔴 मुख्य बिंदु
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अब 20 मई की हड़ताल टली, नई तारीख 9 जुलाई तय
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आतंकी हमले को देखते हुए जिम्मेदार नागरिक के रूप में लिया गया निर्णय
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केंद्र सरकार पर श्रमिकों की अनदेखी और दमन का आरोप
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20 मई से राज्यव्यापी जनजागरण अभियान की शुरुआत
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संयुक्त मंच ने सरकार को चेताया: हड़ताल और व्यापक होगी
अब 9 जुलाई को होगी देशव्यापी मजदूर हड़ताल, आतंकवादी हमले के कारण बदली तारीख
जिम्मेदार नागरिकों की तरह लिया निर्णय
झारखंड के ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने जानकारी दी है कि 20 मई 2025 को प्रस्तावित देशव्यापी आम हड़ताल अब 9 जुलाई को आयोजित की जाएगी। यह फैसला हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के मद्देनज़र लिया गया है। मंच ने इसे “जिम्मेदार और देशभक्त नागरिक” के तौर पर लिया गया निर्णय बताया है।
आतंकी हमले की कड़ी निंदा, एकजुटता का आह्वान
संयुक्त मंच ने पहलगाम हमले की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि पूरे देश को इससे शोक और चिंता में डुबो दिया है। मंच ने आतंकवाद के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है और देश के मजदूर वर्ग की एकजुटता को सराहा है। मंच ने यह भी कहा कि समाज को बांटने वाले नेताओं और संगठनों के खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
सरकार और नियोक्ताओं पर गंभीर आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंच ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार और कुछ राज्य सरकारों के संरक्षण में नियोक्ता वर्ग श्रमिकों का शोषण कर रहा है। न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा और काम के घंटे जैसी बुनियादी चीजों को नजरअंदाज किया जा रहा है। ठेका मजदूरों की गैरकानूनी छंटनी और चार श्रम संहिताओं को बिना चर्चा के लागू किया जा रहा है।
सरकार से संवाद नहीं, भारतीय श्रम सम्मेलन भी नहीं बुलाया
संयुक्त मंच ने स्पष्ट किया कि ट्रेड यूनियनों की ओर से बार-बार वार्ता की मांग के बावजूद केंद्र सरकार ने न किसी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और न ही श्रम सम्मेलन बुलाया। इसे लोकतंत्र का अपमान बताया गया।
9 जुलाई की हड़ताल को बनाने की रणनीति और व्यापक
संयुक्त मंच ने स्पष्ट किया कि हड़ताल की तारीख में बदलाव किसी तरह की कमजोरी नहीं है, बल्कि यह रणनीति का हिस्सा है जिससे संघर्ष को और तेज किया जा सके। 20 मई से ही राज्यव्यापी जनजागरण अभियान की शुरुआत की जाएगी ताकि 9 जुलाई की हड़ताल ऐतिहासिक बन सके।
20 मई को रैली और विरोध प्रदर्शन
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शाम 5 बजे सैनिक बाजार और कचहरी चौक से रैली निकाली जाएगी, जो अल्बर्ट एक्का चौक पर सभा में बदलेगी।
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उसी दिन, संयुक्त मंच का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा।
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सहयोगी यूनियनें 20 मई को कार्यस्थलों पर विरोध प्रदर्शन करेंगी जिसमें श्रमिकों की 17 सूत्रीय मांगें उठाई जाएंगी।
सभी वर्गों से एकजुटता की अपील
संयुक्त मंच ने सभी श्रमिकों, कर्मचारियों, जन संगठनों, छात्र-युवाओं, महिलाओं और किसानों से आह्वान किया है कि वे कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ संघर्ष को और सशक्त करें।