स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव की तैयारी: मंत्री इरफान अंसारी
मुख्यमंत्री की सोच को साकार करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
रांची: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के “स्वस्थ झारखंड, सुखी झारखंड” के विजन को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग तेजी से कार्य कर रहा है। आने वाले दिनों में राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। रिम्स में मरीजों के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए जल्द ही 5 सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की स्थापना की जाएगी। झारखंड में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज डॉक्टर्स को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। इससे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए थे। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग में 10,000 से अधिक नियुक्तियां की जाएंगी। इसके अलावा, सेवानिवृत्त डॉक्टरों की भी सेवाएं ली जाएंगी।
समाज को दिशा देने में चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि नवनियुक्त चिकित्सकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। अब वे जनता के बीच जाकर अपनी सेवाएं देंगे और समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास करेंगे। उनकी पोस्टिंग विभिन्न अस्पतालों में होगी, और उनका प्रयास होना चाहिए कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। उन्होंने चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे मरीजों की जान बचाने के अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखें और उनका मनोबल बढ़ाने का भी कार्य करें। मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे और झारखंड को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे ले जाने का प्रयास करेंगे।
स्वास्थ्य सुविधाओं के इंफ्रास्ट्रक्चर को किया जा रहा मजबूत
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द ही कई मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे, जिससे मेडिकल सीटों की संख्या में वृद्धि होगी। हर पंचायत में हेल्थ कॉटेज बनाने की योजना है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ हो सकेंगी। इसके अलावा, एआई टेक्नोलॉजी और रोबोटिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से इलाज की व्यवस्था की जाएगी। 108 एंबुलेंस सेवा का विस्तार किया जाएगा और दुर्गम क्षेत्रों में बाइक एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
एयर एंबुलेंस सेवा ने हजारों लोगों की जान बचाई
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रयास से झारखंड में आम जनता के लिए एयर एंबुलेंस सेवा शुरू की गई थी, जिससे हजारों लोगों की जान बचाई गई। अब इसी तर्ज पर प्रत्येक जिले में हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा शुरू करने पर विचार किया जा रहा है, जिससे गंभीर मरीजों को तुरंत उन्नत चिकित्सा सुविधा मिल सके।
स्वास्थ्य सेवाओं में निजी क्षेत्र का भी योगदान आवश्यक
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में कार्यरत बड़ी कंपनियों को सीएसआर फंड के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान देने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे मरीजों की मृत्यु के बाद उनके बकाया बिल को माफ करें, ताकि उनके परिजनों को आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े। उन्होंने इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश भी दिया।
मरीजों को मिले सर्वोत्तम इलाज: अपर मुख्य सचिव
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार ने नवनियुक्त चिकित्सकों को बधाई दी और कहा कि वे अब अपने करियर के एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं। चिकित्सकों से उम्मीद की जाती है कि वे मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान करें, ताकि उन्हें संतोषजनक उपचार मिल सके।
इस अवसर पर अभियान निदेशक अबु इमरान, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।