मदरसा इस्लामिया में आयोजित कार्यक्रम
17 दिसंबर 2024 को विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर रांची के मदरसा इस्लामिया, अपर बाजार में आमया संगठन द्वारा अल्पसंख्यक रिपोर्ट कार्ड 2024 जारी किया गया।
अल्पसंख्यक अधिकारों की सुरक्षा पर चर्चा
इस मौके पर अल्पसंख्यक मामलों के विशेषज्ञ एस. अली ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा करना, उनकी धर्म, जाति, भाषा, संस्कृति और परंपरा की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है।
अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हो रहे हमले
एस. अली ने बताया कि हाल के वर्षों में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमले बढ़े हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारें इस पर मौन हैं।
- प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 का उल्लंघन: धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है।
- वक्फ संपत्ति पर खतरा: वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन के लिए वक्फ बिल 2024 लाया गया है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्ति को हड़पना है।
झारखंड में लंबित अल्पसंख्यक मुद्दे
झारखंड में अल्पसंख्यक, विशेषकर मुस्लिम समुदाय से जुड़े कई न्यायिक और विकास संबंधी मामले लंबित हैं। इनमें प्रमुख मुद्दे निम्नलिखित हैं:
- रांची गोलीकांड (10 जून 2022): पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग।
- माॅब लिंचिंग कानून: राज्य में माॅब लिंचिंग रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की आवश्यकता।
- उर्दू शिक्षकों की बहाली:
- 3712 उर्दू सहाय शिक्षकों की प्राइमरी और मिडिल स्कूल में बहाली।
- 543 उर्दू स्कूलों का पुनः संचालन।
- मदरसा डिग्री की मान्यता: आलिम और फाजिल डिग्री के लिए विश्वविद्यालय की स्थापना।
- +2 विद्यालयों की स्थापना: अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में उच्च माध्यमिक विद्यालयों की जरूरत।
- बजट में बढ़ोतरी: अल्पसंख्यकों के विकास के लिए बजट आवंटन बढ़ाने की मांग।
- छात्रवृत्ति और प्रशिक्षण:
- अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति।
- युवाओं को स्किल्ड ट्रेनिंग।
- यूपीएससी, जेपीएससी, और जेएससीए परीक्षाओं के लिए कोचिंग संस्थान।
- बुनकर और ट्रेलरिंग पेशे का विकास: सरकारी कामों में हिस्सेदारी सुनिश्चित करना।
- भूमिहीनों और किसानों के लिए योजना: अल्पसंख्यक भूमिहीनों को जमीन और किसानों के लिए विशेष योजनाएं।
- भैंस वंशीय स्लॉटर: यूपी और एमपी की तर्ज पर अनुमति देने की मांग।
कार्यक्रम में शामिल लोग
इस कार्यक्रम में झारखंड छात्र संघ के इकबाल खान, मोहम्मद हैदर, अनीस अंसारी, परवेज़ आलम, शबरे आलम, नफीसा परवीन, नूरजहां समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे।