बाबूलाल मरांडी का हेमंत सरकार पर हमला, पूछा- बेरोजगारों के सवाल कब हल होंगे?
नियुक्ति पत्र बांटने पर उठाए सवाल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ सौ युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर भव्य आयोजन किया गया, जबकि राज्य के लाखों बेरोजगारों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
सबसे ज्यादा नौकरी देने का दावा महज दिखावा?
मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार के समर्थक “सबसे ज्यादा नौकरी देने वाले मुख्यमंत्री” का प्रचार कर रहे हैं, लेकिन झारखंड के युवाओं के अहम सवालों का जवाब अब तक नहीं मिला।
बेरोजगारों के अनसुलझे सवाल
- प्रतियोगी परीक्षा कैलेंडर कब जारी होगा?
- जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति कब होगी?
- जेएसएससी और सीजीएल पेपर लीक की जांच कहां तक पहुंची?
- नियोजन नीति के तहत नियुक्तियां किस आधार पर हो रही हैं?
- झारखंड के युवाओं को कितना आरक्षण दिया गया?
“युवाओं को हक़ चाहिए, जुमलेबाजी नहीं”
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार पीआर स्टंट और दिखावों में व्यस्त है, जबकि युवाओं का भविष्य पारदर्शिता और जवाबदेही से संवरेगा। उन्होंने साफ कहा कि झारखंड के बेरोजगार जुमलेबाजी नहीं, बल्कि अपना हक और अधिकार चाहते हैं।