झारखंड में हर जिले में बनेगी किसान पाठशाला, आधुनिक खेती की मिलेगी ट्रेनिंग.

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कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का कृषि पर जोर
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि खेती-किसानी और कृषि एक विशाल क्षेत्र है, जो झारखंड जैसे राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। झारखंड की 80% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और कृषि पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक का कृषि क्षेत्र में बड़ा योगदान है। राज्य में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना को 45 वर्ष हो चुके हैं, और यह संस्थान कृषि विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों को दक्ष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस विश्वविद्यालय से पढ़े हुए कई छात्र देश-विदेश में किसानों को मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं।

कृषि कार्य में आधुनिक तकनीक की आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड एक पठारी राज्य है, जहां सिंचाई की अलग-अलग चुनौतियां हैं। कुछ स्थानों पर प्राकृतिक जल स्रोत उपलब्ध हैं, जबकि अन्य स्थानों पर सिंचाई के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों के समग्र विकास के लिए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कई योजनाओं पर कार्य कर रहा है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने जोर दिया कि परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक तकनीक को अपनाना आवश्यक है ताकि बदलते मौसम के प्रभावों से किसानों को बचाया जा सके।

पाइपलाइन से खेतों तक पहुंचेगा पानी

राज्य सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं एक कृषि परिवार से आते हैं और गन्ने की खेती से परिचित हैं, लेकिन अब इसकी पैदावार में भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि राज्य में खेती योग्य भूमि बढ़ाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। सरकार अब पाइपलाइन के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए काम कर रही है और लिफ्ट इरीगेशन को बढ़ावा दे रही है।

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय और राज्य सरकार का समन्वय

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय और राज्य सरकार को मिलकर कार्य करना होगा। एक मजबूत कार्ययोजना बनाई जाएगी, जिससे किसानों की पैदावार बढ़े और उन्हें बाजार उपलब्ध कराया जा सके। सरकार इस दिशा में एक बेहतर नीति तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।

किसानों को मिलेगा कुआं निर्माण योजना का लाभ

राज्य सरकार किसानों को समय पर सिंचाई के लिए पानी, बीज और खाद उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सभी जिलों में किसान पाठशालाएं स्थापित की जाएंगी, जहां किसानों को आधुनिक तकनीक, पशुपालन और मछली पालन की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा, एक लाख से अधिक किसानों को कुआं निर्माण योजना का लाभ दिया जाएगा ताकि पारंपरिक सिंचाई के साधनों को मजबूत किया जा सके।

महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में पहल

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ‘मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं को ₹2,500 प्रतिमाह सहायता राशि प्रदान कर रही है। इस राशि से महिला किसान पशुपालन, मुर्गी पालन, फूलों की खेती जैसे कार्य कर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। झारखंड देश का पहला राज्य है जो महिलाओं को कृषि क्षेत्र में उद्यमी बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।

बिरसा कृषि मार्गदर्शिका-2025 का विमोचन

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की और अन्य गणमान्य अतिथियों ने ‘बिरसा कृषि मार्गदर्शिका-2025’ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने एग्रोटेक किसान मेला में लगे स्टॉल का निरीक्षण किया और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत प्रशिक्षण हॉल एवं वन औषधि प्रदर्शनी दीर्घा का शिलान्यास किया।

उपस्थित गणमान्य अतिथि

इस अवसर पर कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुनील चंद्र दुबे, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव  अविनाश कुमार, भारतीय कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डॉ. सुजय रक्षित और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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