27 अप्रैल से JSSC के सहायक आचार्य की परीक्षा का आयोजन होने जा रहा है। इसका टेट पास पारा शिक्षकों ने विरोध किया है। इस बाबत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार को ज्ञापन भी सौंपा गया है। इस ज्ञापन में लिखा गया है कि, लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा की तिथि जारी की गई है। इस पर पारा शिक्षकों को आपत्ति है।
आपत्ति के बारे में जो बातें बताई गई हैं उसके मुताबिक…
आचार संहिता के दौरान शिक्षकों को किसी प्रकार की छुट्टियां नहीं मिलती हैं। सभी छुट्टियां रद्द हो जाती हैं।
चुनाव कार्य में लगे सभी शिक्षकों को ट्रेनिंग दिया जा रहा है।
बहुत सारे पारा शिक्षक बीएलओ और ट्रेनर के रूप में काम कर रहे हैं।
ऐसे में अगर यह परीक्षा होती है तो 90% टेट पास पारा शिक्षक इस परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। परीक्षा को चुनाव तक स्थगित करना चाहिए।
अपनी आपत्तियों को लेकर मंगलवार को पारा शिक्षक, गैर पारा जेटेट सफल अभ्यर्थी संघ झारखंड प्रदेश का एक राज्य स्तरीय प्रतिनिधिमंडल प्रमोद कुमार और कुणाल दास के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार से मिला। ज्ञापन में बताया गया है कि, झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित होने वाली सहायक आचार्य की परीक्षा में काफी संख्या में पारा शिक्षक बतौर अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे हैं। लेकिन पारा शिक्षकों को चुनाव कार्य में भी भाग लेना है। ऐसे में पारा शिक्षक सहायक आचार्य की परीक्षा से वंचित रह जाएंगे।
कुछ जिलों में 26 अप्रैल को शाम 5:00 बजे तक चुनाव प्रशिक्षण कार्य निश्चित है। जबकि परीक्षा की तिथि 27 अप्रैल को निर्धारित है। इतने कम समय में परीक्षा केंद्र तक पहुंचना मुश्किल है। संघ के प्रमोद कुमार ने न्यूज़ मॉनिटर से बातचीत करते हुए कहा कि, वे लोग कल यानी 24 अप्रैल को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष से भी मुलाकात कर अपनी आपत्तियां दर्ज कराएंगे।
आपको बता दें कि, लंबे इंतजार के बाद सहायक आचार्य की परीक्षा होने जा रही है। इससे पहले दो बार यह परीक्षा स्थगित हो चुकी है। ऐसे में कोई भी इस परीक्षा को स्थगित नहीं करना चाहेगा। हालांकि, टेट पास पारा शिक्षकों ने जो आपत्ति दर्ज कराई हैं उसमें कहीं ना कहीं तर्क है ।