झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आगामी 27 अप्रैल से सहायक आचार्य की परीक्षा ली जा रही है। लिहाजा, आयोग के इस कदम का ज्यादातर छात्रों ने स्वागत किया है। हालांकि, 26001 शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया में 50% सीट पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित है। टेट पास पारा शिक्षकों का कहना है कि, चुनाव के दौरान उनसे इलेक्शन के कार्य भी लिए जाते हैं।लिहाजा, परीक्षा को चुनाव के बाद कराया जाना चाहिए। इस बाबत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार को ज्ञापन भी सौंपा गया है।
पारा शिक्षकों की तरफ से आज झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को भी एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिसमें इस बात का उल्लेख किया जाएगा की बहुत सारे पारा शिक्षक या तो ट्रेनर या फिर बीएलओ के रूप में कार्यरत हैं। 26अप्रैल को उनकी ट्रेनिंग भी प्रस्तावित है और 27 अप्रैल को परीक्षा है। ऐसे में ज्यादातर टेट पास पारा शिक्षक इस परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। इस परीक्षा को आचार संहिता समाप्त होने के बाद लिया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि, यह परीक्षा पहले भी दो बार स्थगित हो चुकी है। लिहाजा, ज्यादातर छात्र चाहते हैं कि समय पर यह परीक्षा हो लेकिन अहम सवाल यह है कि, इस परीक्षा में पारा शिक्षकों के लिए आधे पद आरक्षित हैं। ऐसे में अगर पारा शिक्षक ही इस परीक्षा प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे तो सवाल उठना लाजिमी है। बहरहाल आज जब कर्मचारी चयन आयोग को ज्ञापन सौंपा जाएगा तो देखने वाली बात होगी कि, आयोग इस पर क्या कुछ निर्णय लेता है। फिलहाल सभी की निगाहें झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अगले निर्णय पर टिकी है।