झारखंड के संताल परगना की तीन लोकसभा सीटों पर 1 जून को वोट डाले जाएंगे। गोड्डा, दुमका और राजमहल लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार कल शाम 5:00 बजे समाप्त हो जाएगा। इस बीच भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है।
हाईलाट्स-
- जेपी नड्डा की पहली चुनावी सभा।
- एमपी और छत्तीसगढ़ सीएम का दौरा।
- लोबिन हेंब्रम बिगाड़ेंगे खेल।
- दुमका में प्रधानमंत्री की चुनावी सभा।
- तीन सीटों पर 52 प्रत्याशी।
जेपी नड्डा की पहली चुनावी सभा।
मतदान के आखिरी चरण में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहली बार झारखंड आ रहे हैं। वे दुमका संसदीय क्षेत्र के पालजोरी में जनसभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद गोड्डा संसदीय क्षेत्र के देवघर में रोड शो भी करेंगे। दुमका से सीता सोरेन और गोड्डा से निशिकांत दुबे भाजपा के प्रत्याशी हैं।
एमपी और छत्तीसगढ़ सीएम का दौरा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राजमहल लोकसभा सीट में जनसभा को संबोधित करेंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की दूसरी सभा दुमका में होगी। जेपी नड्डा और मोहन यादव के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी जनसभा को संबोधित करेंगे। वे राजमहल और दुमका लोकसभा क्षेत्र में तीन सभाओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान संबंधित पार्टी प्रत्याशी मौजूद रहेंगे।
लोबिन हेंब्रम बिगाड़ेंगे खेल।
चुनावी मुकाबले की बात करें तो गोड्डा और दुमका संसदीय सीट में सीधा मुकाबला नजर आता है। दुमका में सीता सोरेन के सामने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नलिन सोरेन हैं। जबकि गोड्डा में भाजपा के निशिकांत दुबे के सामने कांग्रेस के प्रदीप यादव चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, राजमहल लोकसभा सीट में संघर्ष त्रिकोणीय होता हुआ नजर आ रहा है। यहां से निवर्तमान झारखंड मुक्ति मोर्चा सांसद विजय हांसदा के सामने भाजपा के ताला मरांडी ताल ठोंक रहे हैं। हालांकि, झामुमो के बाग़ी विधायक लोबिन हेंब्रम भी निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। माना जा रहा है कि, लोबिन जेएमएम का ही खेल बिगाड़ेंगे। वे लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे आज भी खुद को शिबू सोरेन का सबसे बड़ा शिष्य बताते हैं। इतना ही नहीं झामुमो सांसद विजय हांसदा पर लगातार हमलावर हैं।पेसा,सीएनटी-एसपीटी और जल-जंगल-ज़मीन के मुद्दे पर सरकार को घेरते रहे हैं।
दुमका में प्रधानमंत्री की चुनावी सभा।
दुमका में 28 मई को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा हो चुकी है। इससे पहले रक्षा मंत्री और उससे पहले गृह मंत्री भी दुमका लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रचार प्रसार कर चुके हैं। दुमका में पीएम ने संताल में आदिवासियों की घटती जनसंख्या, घुसपैठ और भ्रष्टाचार को लेकर झामुमो और कांग्रेस पर हमला बोला। हालांकि, इस दौरान प्रधानमंत्री ने सरना धर्म कोड के विषय में कुछ भी नहीं कहा। ऐसे में साफ है कि, इन तीन लोकसभा सीटों में से सबसे महत्वपूर्ण सीट दुमका लोकसभा सीट है। इसके पीछे की वजह यह है कि, यहां से सोरेन परिवार की पुत्रवधू सीता सोरेन चुनावी मैदान में हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। बीजेपी ने उन्हें दुमका लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया। सोरेन परिवार से ताल्लुक रखने की वजह से भाजपा का पूरा जोर दुमका लोकसभा सीट जीतने पर है।
तीन सीटों पर 52 प्रत्याशी।
इन लोकसभा सीटों के आंकड़ों की बात करें तो इन तीनों ही संसदीय क्षेत्रों में कुल प्रत्याशियों की संख्या 52 है। इस बार गोड्डा और दुमका में 19-19 प्रत्याशी और राजमहल में 14 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। इन तीनों ही सीटों के लिए कुल 6258 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।