मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गीता कोड़ा का निशाना
पूर्व सांसद और झारखंड भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में राज्य की महिलाओं और बेटियों पर लगातार खतरे बढ़ रहे हैं और अपराधियों को रोकने में सरकार असफल रही है।
मुख्य बिंदु:
- गीता कोड़ा का हेमंत सोरेन पर हमला
- महिलाओं पर बढ़ते अपराध
- 7000 से अधिक दुष्कर्म के मामले
- आदिवासी और दलित समाज पर हमले
- सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप
- न्याय दिलाने में असफलता
- फास्ट ट्रैक कोर्ट के लंबित मामले
- राज्य की बेटियों की सुरक्षा पर सवाल
राज्य में महिलाओं की असुरक्षा
- गीता कोड़ा ने कहा कि हेमंत सरकार के दौरान राज्य में बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
- अपराधियों को खुली छूट मिल गई है और महिलाओं पर हो रहे अपराधों में बढ़ोतरी हुई है।
बढ़ते अपराध और रिकॉर्ड
- पिछले 5 वर्षों में 7000 से अधिक बलात्कार और दुष्कर्म के मामले राज्य सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं।
- इनमें अधिकांश घटनाएं आदिवासी और दलित समाज की बेटियों के साथ घटित हुई हैं।
जघन्य अपराधों के उदाहरण
- रूपा तिर्की की संदिग्ध हत्या।
- रुबिका पहाड़िया को 52 टुकड़ों में काटकर फेंकना।
- अंकिता को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाना।
- दारोगा संध्या टोपनो को गो तस्करों द्वारा ट्रक से कुचलकर मार देना।
सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप
- गीता कोड़ा ने कहा कि हेमंत सरकार अपराध का भी तुष्टिकरण कर रही है।
- मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लिए बेटियों की इज्जत से ज्यादा वोट बैंक प्रिय है।
न्यायिक प्रक्रिया में देरी
- उन्होंने पूछा कि हेमंत सरकार ने अब तक कितने बलात्कारियों को सजा दिलवाई है।
- फास्ट ट्रैक कोर्ट में लंबित मामलों की संख्या पर भी सवाल उठाया।
सरकार की नीयत पर सवाल
- उन्होंने कहा कि राज्य की बेटियां जान चुकी हैं कि हेमंत सरकार को सिर्फ सत्ता से मोह है।
- सरकार को बेटियों के सम्मान की परवाह नहीं है।