झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने लोकसभा चुनाव में मतदाताओं द्वारा प्राप्त शिकायतों के निराकरण पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत शुक्रवार को सभी जिलों के निर्वाचन संबंधी पदाधिकारियों के साथ निर्वाचन सदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि, लोक सभा निर्वाचन के दौरान मतदाता सूची से गलत विलोपन की कुछ शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनका नियमानुसार सत्यापन करते हुए कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए।
झारखंड विधानसभा निर्वाचन में स्वच्छ मतदाता सूची प्रदान करने की कवायद।
बीएलओ सुपरवाईजर घर-घर जाकर बीएलओ द्वारा किये गए कार्यों का करें सत्यापन- सीईओ
मतदाता सूची से शिफ्टेड, डुप्लीकेट एवं मृत मतदाताओं का नियमानुसार विलोपन करें सुनिश्चित
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कि, वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप के आवंटन के क्रम में बनाये गए एएसडी सूची से मिलान करते हुए मतदाता सूची से शिफ्टेड, डुप्लीकेट एवं मृत मतदाताओं का नियमानुसार विलोपन करें। अभी भी जिन मतदाताओं के पास पुराना लेमिनेटेड मतदाता पहचान पत्र है, उसे बदलते हुए नए रंगीन मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए, साथ ही किसी भी कारण अब तक छूटे मतदाताओं को भी मतदाता सूची से जोड़ने का कार्य किया जाए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि, विधानसभा चुनाव नज़दीक है। लिहाजा, पदाधिकारी अपने क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए स्वछ मतदाता सूची के निर्माण कार्य की प्रक्रिया को गति दें। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी बीएलओ सुपरवाईजर घर-घर जाकर बीएलओ द्वारा किये गए कार्यों का सत्यापन करें। बीएलओ द्वारा सत्यापित घरों में से 10% घरों का बीएलओ सुपरवाइसजर भौतिक सत्यापन करें एवं मुख्यालय द्वारा दिये गए स्टिकर चिपकाएं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि, 1 जुलाई से मुख्यालय के पदाधिकारी जिलों का भ्रमण करेंगे। इस दौरान जिला कार्यालय द्वारा मतदाता सूची को स्वच्छ बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बताए गए मापदंडों के अनुरूप किये गए कार्यों की समीक्षा करेंगें।
इस अवसर पर ओएसडी गीता चौबे, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार सहित मुख्य निर्वाचन पादधिकारी कार्यालय के पदाधिकारी मौजूद थे। वहीं बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी विधानसभा क्षेत्रों के एईरओ, आरओ, कंप्यूटर ऑपरेटर, हेल्प डेस्क मैनेजर सहित जिलों में निर्वाचन कार्य से जुड़े पदाधिकारी एवं कर्मी जुड़े थे।