Jharkhand में एनडीए को मिली हार के बाद भाजपा (BJP)केंद्रीय नेतृत्व ने विधायकों और लोकसभा प्रभारियों की रिपोर्ट मांगी है। भीतरघात से किन विधानसभा क्षेत्रों में वोट का अंतर घटा है और कौन लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं। इस बाबत पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।
Highlights-
- भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने हार पर मांगी रिपोर्ट।
- जयंत पर कार्रवाई की संभावना।
- खूंटी से केंद्रीय मंत्री हारे।
- नहीं चला मोदी का जादू।
- लोहरदगा में जबरदस्त नुकसान।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने हार पर मांगी रिपोर्ट।
भाजपा ने इस लोकसभा चुनाव में तीन सीटें गंवाई हैं। इसमें खूंटी, लोहरदगा और दुमका लोकसभा सीट शामिल है। खूंटी से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा हारे हैं। दुमका से सोरेन परिवार की पुत्रवधू सीता सोरेन को हार का सामना करना पड़ा है और लोहरदगा से समीर उरांव को करारी हार मिली है।
सीता सोरेन और गीता कोड़ा के चेहरे पर हताशा और निराशा के निशान।
जयंत पर कार्रवाई की संभावना।
आपको याद होगा कि, पार्टी के कार्यों में सक्रिय भूमिका नहीं निभाने को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद जयंत सिन्हा और धनबाद के विधायक राज सिन्हा को शो कॉज जारी किया गया था। सूत्रों के मुताबिक जयंत सिन्हा के खिलाफ पार्टी कड़ी कार्रवाई कर सकता है। दरअसल जयंत सिन्हा ने कहा था कि, उन्होंने पोस्टल बैैलेट के माध्यम से वोट किया है लेकिन पार्टी की खबरों के मुताबिक जयंत सिन्हा ने मतदान नहीं किया है।
खूंटी से केंद्रीय मंत्री हारे।
खूंटी की बात करें तो यहां कांग्रेस को 1 लाख 30 हजार ज्यादा वोट मिले हैं। कांग्रेस का वोट शेयर भी यहां बढ़ा है। 2019 में वोट शेयर 45.8% था जो इस बार बढ़कर 54.6 2% हो गया है। जबकि भाजपा का वोट शेयर 2019 में 46% था जो इस बार घटकर 38.64% रह गया है।
अधर में सीता सोरेन का राजनीतिक भविष्य। दुमका से मिली करारी शिकस्त।
नहीं चला मोदी का जादू।
दुमका की बात करें तो यहां भाजपा का वोट जरूर बढ़ा है लेकिन वोट शेयर 2.98% घट गया है। 2019 में भाजपा को 47.3% वोट मिले जो इस बार घाट कर 44.32% रह गया है। 2019 में झामुमो को यहां 42.6 प्रतिशत वोट मिला जबकि इस बार 3.63% वोट शेयर अधिक रहा है।
लोहरदगा में जबरदस्त नुकसान।
लोहरदगा में भाजपा को जबरदस्त तरीके से नुकसान हुआ है। यहां भाजपा का वोट शेयर 9.94% गिरा है। 2019 में यहां पर 45.5% वोट मिले थे। इस बार 35.56% मिला है। 2019 में कांग्रेस को लोहरदगा से 44.2% वोट मिले थे जो इस बार बढ़कर 49.95% मिला है।
वोट प्रतिशत में आई कमी से बीजेपी को तीन सीटों का भारी नुकसान हुआ है। लिहाजा, केंद्रीय संगठन ने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।