हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने पार्टी के शो कॉज का जवाब दिया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद आदित्य साहू को लिखे पत्र में जयंत सिन्हा ने कहा है कि, मुझे यह जानकर हैरानी हुई कि, आपने इस पत्र को मीडिया में भी जारी कर दिया है। दरअसल, आदित्य साहू ने शो कॉज जारी करके जयंत सिन्हा से पूछा था कि, जब से मनीष जायसवाल को हजारीबाग सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है आपने पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बना ली है। साथ ही आपने अपने मताधिकार का भी प्रयोग नहीं किया है। इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है।
जयंत सिन्हा का जवाब।
अपने जवाब में जयंत सिन्हा ने कहा है कि, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ 2 मार्च 2024 को मैंने सक्रिय चुनावी दायित्व से भाग न लेने का निर्णय लिया था ताकि मैं जलवायु परिवर्तन से संबंधित कार्यों में समय दे सकूं। मैने सोशल मीडिया में लिखे पोस्ट में साफ तौर पर लोकसभा चुनाव में सहभागिता न करने की सार्वजनिक घोषणा कर दी थी। मेरी इस घोषणा के बाद कई सारे समर्थकों ने मुझे पुनर्विचार की अपील की थी। कई समर्थक दिल्ली भी आए और मुझसे मिले।
पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव में मनीष जायसवाल को उम्मीदवार घोषित किए जाने का मैंने समर्थन किया। 8 मार्च 2024 को मैंने उन्हें बधाई भी दी जो सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है। इसके बाद भी अगर पार्टी को लगता है कि, मैं चुनावी गतिविधियों में भाग लूं तो मुझसे संपर्क किया जा सकता था लेकिन 2 मार्च 2024 को मेरी घोषणा के बाद झारखंड से किसी भी पार्टी पदाधिकारी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। मुझे किसी भी पार्टी कार्यक्रम, रैली या संगठनात्मक बैठक में बुलाया नहीं गया। बाबूलाल मरांडी अगर मुझे किसी ऐसे कार्यक्रम में शामिल करना चाहते थे तो निश्चित रूप से मुझे आमंत्रित कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
नामांकन रैली में शामिल नहीं होने का कारण।
29 अप्रैल 2024 को दिल्ली में मुझे मनीष जायसवाल जी के नामांकन रैली में शामिल होने का आमंत्रण मिला। देर से सूचना मिलने की वजह से 1 मई को मैं हजारीबाग पहुंच पाने में असमर्थ था। 2 मई को हजारीबाग पहुंचकर सीधे मनीष जायसवाल से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचा लेकिन वे वहां मौजूद नहीं थे। मैंने अपनी शुभकामनाएं उनके परिवार को दीं 3 मई को मैं हजारीबाग से दिल्ली लौट आया। जयंत सिन्हा ने आगे अपने पत्र में कहा है कि, निजी कार्यों की वजह से 10 मई 2024 को मुझे विदेश जाना पड़ा। इसकी जानकारी लोकसभा अध्यक्ष को भी दी। जाने से पहले मैंने पोस्टल बैलेट प्रक्रिया के माध्यम से अपना वोट भी किया। इसलिए यह आरोप लगाना कि, मैं अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल नहीं किया है यह गलत है। मैं पिछले 25 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी को अपनी सेवाएं दे रहा हूं। मैं दो बार सांसद। केंद्रीय राज्यमंत्री और लोकसभा की वित्त संबंधी संसदीय स्थाई समिति का अध्यक्ष रहा हूं। 2014 से 2019 के चुनाव मैंने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की है।
बाबूलाल और आदित्य साहू पर सवाल।
आगे जयंत सिन्हा ने जो बातें कही हैं वे बाबूलाल मरांडी और आदित्य साहू पर कड़ा प्रहार के तौर पर देखा जा रहा है। जयंत सिन्हा लिखते हैं कि, मेरे योगदानों और परिस्थितियों के मद्देनज़र आपके द्वारा पत्र को सार्वजनिक रूप से जारी करना मेरी नजर में गलत है। आपका यह रवैया समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं को निराश करने के अलावा पार्टी के सामूहिक प्रयासों को भी कमजोर करने वाला है। पार्टी के प्रति मेरी निष्ठा और कठिन परिश्रम के बावजूद ऐसा प्रतीत होता है कि, मुझे अनयायपूर्ण तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।
पत्र सार्वजनिक करना ग़लत।
जयंत सिन्हा आगे कहते हैं कि, किसी भी समय व्यक्तिगत रूप से फोन कर उनसे संपर्क किया जा सकता था और संदेह को दूर किया जा सकता था। हजारीबाग लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के पदाधिकारी होने के नाते आप कभी भी मुझे संपर्क कर सकते थे। चुनाव समाप्त होने के बाद आपके द्वारा इस तरह का पत्र भेजना मेरे लिए समझ से परे है।
आपको बता दें कि, पार्टी के दो नेताओं जयंत सिन्हा और धनबाद विधायक राज सिन्हा को शो कॉज किया गया है। झारखंड भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होने कहा है कि, चुनाव के बीच ऐसा करना पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे को पूरा करने में ऐसे निर्णय बाधा बन सकती है।