शिक्षक कल्याण कोष में चंद्रेश्वर पाठक की नियुक्ति से उम्मीदें बढ़ीं।

झारखंड/बिहार रोज़गार समाचार

चंद्रेश्वर पाठक को JAC शिक्षक कल्याण कोष का सदस्य बनाए जाने पर शिक्षकों में खुशी की लहर

मुख्य बिंदु:

  1. JAC ने 30 अप्रैल 2025 को जारी की अधिसूचना

  2. प्रो. चंद्रेश्वर पाठक शिक्षक कल्याण कोष में सदस्य नियुक्त

  3. मोर्चा के नेताओं ने जताया JAC का आभार

  4. शिक्षकों के कल्याण को मिलेगा नया बल



वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के लिए बड़ी उपलब्धि

झारखंड अधिविद्य परिषद् (JAC) ने इंटरमीडिएट शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रोफेसर चंद्रेश्वर पाठक को शिक्षक कल्याण कोष का सदस्य नियुक्त किया है। इस नियुक्ति की अधिसूचना 30 अप्रैल 2025 को JAC द्वारा जारी की गई, जिसे लेकर पूरे शिक्षक समुदाय में खुशी की लहर है।

JAC Teacher Welfare Fund
वित्त रहित शिक्षा संघर्ष मोर्चा.

नेताओं ने दी बधाई, जताया JAC के प्रति आभार

संयुक्त संघर्ष मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं ने JAC के इस निर्णय का स्वागत किया है और चंद्रेश्वर पाठक को बधाई दी है। बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से कुंदन कुमार सिंह, रघुनाथ सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, फजलुल कादिर अहमद, अरविंद सिंह, डॉ. देवनाथ सिंह, मनीष कुमार, मनोज तिर्की, रेशमा बेक, गणेश महतो, नरोत्तम सिंह, मुरारी प्रसाद सिंह, विरसों उरांव, रघु विश्वकर्मा, मनोज कुमार, संजय कुमार और रणजीत मिश्रा शामिल हैं।



इसे भी पढ़ें-

वित्त रहित शिक्षा- 5 मार्च को विधानसभा के सामने शिक्षकों का महा धरना.



जुझारू नेता के तौर पर काम करने की उम्मीद

नेताओं ने कहा कि प्रो. पाठक एक जुझारू और अनुभवी नेता हैं, और शिक्षक कल्याण कोष में उनकी उपस्थिति से शिक्षकों और कर्मचारियों की उपेक्षा नहीं होगी। मोर्चा को पूरा विश्वास है कि वह शिक्षकों की भलाई के लिए हर स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाएंगे

बड़ी बीमारियों व आपातकाल में मिल सकेगी मदद

संघ के नेताओं ने आशा जताई है कि किसी शिक्षक को बड़ी बीमारी या अप्रिय घटना की स्थिति में श्री पाठक शिक्षक कल्याण कोष से सहायता दिलाने में कोई कोताही नहीं बरतेंगे। उनकी सक्रियता से शिक्षकों को जल्द और प्रभावी मदद मिल सकेगी।

प्रो. चंद्रेश्वर पाठक की JAC के शिक्षक कल्याण कोष में सदस्यता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है बल्कि यह संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संघर्षों की भी स्वीकृति है। इससे आने वाले समय में राज्य के शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों को बहुत लाभ मिलने की उम्मीद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *