स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा के खिलाफ अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज
झारखंड के पुराने विधानसभा मैदान के सामने स्थित गोलचक्कर पर स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। इस घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुख्य बिंदु.
- कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए जाने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
- 15 अगस्त 2024 को बाबूलाल मरांडी ने किया था प्रतिमा का अनावरण
- रांची नगर निगम और तत्कालीन सरकार से मिली थी स्वीकृति
- अज्ञात लोगों ने प्रतिमा को प्लास्टिक से बांधा
- जगरनाथपुर थाना में पंकज कुमार द्वारा प्राथमिकी दर्ज
- 25 अगस्त 2024 को भी प्रतिमा खंडित करने की कोशिश हुई थी
- प्रशासन की सतर्कता से प्रतिमा सुरक्षित रही
15 अगस्त 2024 को हुआ था प्रतिमा का अनावरण
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा का अनावरण 15 अगस्त 2024 को राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा किया गया था। इस प्रतिमा को स्थापित करने के लिए रांची नगर निगम से प्रस्ताव पारित किया गया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार से स्वीकृति भी ली गई थी।
प्रतिमा को प्लास्टिक से बांधा गया
प्रतिमा को अज्ञात लोगों ने प्लास्टिक से बांध दिया, जिससे स्थानीय निवासी पंकज कुमार आहत हुए और उन्होंने जगरनाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई।
पूर्व में भी हो चुकी है प्रतिमा खंडित करने की कोशिश
श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि 25 अगस्त 2024 को स्वर्गीय राज्यपाल कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा को खंडित करने की कोशिश की गई थी। कांग्रेस नेता अजय तिर्की के नेतृत्व में कुछ लोग पुराने विधानसभा मैदान में जुटे थे, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी के कारण प्रतिमा सुरक्षित रही थी।