झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) के सफल छात्रों को 3 जुलाई को नियुक्ति मिलने की संभावना थी, लेकिन अब इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को फिलहाल रोक दिया गया है।
आंदोलनकारियों की जीत
पीजीटी परीक्षा में कथित धांधली को लेकर आंदोलन करने वाले छात्र इसे अपनी जीत के रूप में देख रहे हैं। छात्र नेता शेख मोहसिन ने कहा कि, उनकी मांग सिर्फ नियुक्ति पत्र कार्यक्रम को स्थगित करने की नहीं है, बल्कि पूरे मामले की सीबीआई से जांच और जिम्मेदार छात्रों को जेल भेजने की है।
JSSC PGT- भाजपा ने की CBI जांच की मांग। राज्य सरकार की एजेंसी पर भरोसा नहीं।
नेता प्रतिपक्ष की प्रतिक्रिया
1 जुलाई को नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग की और पत्रकारों के सामने कई सबूत पेश किए। उन्होंने कहा कि, आने वाले दिनों में कोर्ट का सहारा भी लिया जाएगा।
पीजीटी परीक्षा विवाद
पीजीटी परीक्षा के परिणामों को लेकर शुरू से ही विवाद रहा है। सफल छात्रों को कई बार आंदोलन करना पड़ा, जिसके बाद उनकी काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हुई। बड़ी संख्या में छात्रों को 7 मार्च को नियुक्ति पत्र दिए गए थे। 3 जुलाई को अन्य छात्रों को नियुक्ति पत्र मिलने थे, लेकिन विरोध के कारण इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है।
छात्रों की निराशा
सफल छात्र इस स्थगन से निराश और हताश हैं। कई छात्रों ने न्यूज़ मॉनिटर को फोन करके आगे की प्रक्रिया के बारे में जानने की कोशिश की। अब सरकार को तय करना है कि इस मामले की जांच होगी या सफल छात्रों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।