राजद चुनाव अभियान समिति के संयोजक गौतम सागर राणा ने कहा कि, आज देश का संविधान और लोकतंत्र विकट परिस्थिति में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लोगों के बीच आपसी भाईचारा बिगाड़ने की बात कह रहे हैं। बीते दिनों पीएम मोदी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजस्थान, छिंदवाड़ा सहित जगहों में इंडिया गठबंधन के घोषणा पत्र को लेकर कहा कि, इंडिया की सरकार बनेगी तब सभी का सर्वे कराकर उनकी भागेदारी तय की जाएगी। मतलब मोदी जी का कहना है कि, हिंदू महिलाओं के गर्दन से मंगल सूत्र उतारकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लाभ पहुंचाया जाएगा। इस निंदनीय एवं अशोभनीय ब्यान के उपरांत चुनाव आयोग को अविलंब पीएम मोदी के ऊपर आचार संहिता का केस दर्ज करना चाहिए। यह बयान हिंदू मुस्लिम की एकता और अखंडता पर सीधा प्रहार है। एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाने की खुली चुनौती है।
गौतम सागर राणा ने कहा कि, पीएम मोदी और भाजपा को 10 वर्षो का हिसाब जनता को देना चाहिए। प्रचंड बेरोजगारी, बेतहाशा महंगाई, महिला सुरक्षा, जवान, नौजवान, युवा, किसान, मजदूर सभी दिशाहीन हो गए हैं। भारत में भुखमरी और गरीबी मुख्य मुद्दा है। बीजेपी इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर खरबों रुपया ले चुकी है। राणा ने कहा कि, बीजेपी चुनाव में हार मान चुकी। इसलिए अनर्गल बयानबाजी पर उतर आई है।
राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने बताया कि, राज्य चुनाव अभियान समिति में कुल 49 लोग शामिल हैं। साथ ही सभी प्रकोष्ठ एवं जिला अध्यक्ष/प्रकोष्ठ अध्यक्ष सभी पदेन सदस्य होंगे। आवश्यकतानुसार और लोगों का विस्तार किया जा सकता है।
प्रेस वार्ता में गौतम सागर राणा के अलावा महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव, मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार, उपाध्यक्ष अनीता यादव, महासचिव आबिद अली, महासचिव मनोज पांडे, युवा अध्यक्ष रंजन कुमार, महिला अध्यक्ष रानी कुमारी, श्रमिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुधीर गोप, सचिव चंद्रशेखर भगत, शारदा देवी, नंदन यादव, शब्बीर फातमी, साजिद आलम, जसीम अख्तर, शबनम परवीन, शालिग्राम पांडेय, शाहबाज अहमद सहित कई लोग मौजूद रहे।