कांग्रेस विधायक दल के नेता और कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम से आज केंद्रीय जांच एजेंसी ED पूछताछ करेगी। 6 मई को PS संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने से 32.20 करोड़ बरामद किया गया था। ED की इस छापेमारी के बाद संजीव लाल और उनके नौकर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हे ED की रिमांड पर भेज दिया गया। पूछताछ के इनपुट के आधार पर आज आलमगीर आलम से पूछताछ होगी।
ED का समन मिलने के बाद कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि, विभागीय मंत्री होने के नाते जांच एजेंसी उनसे कुछ पूछताछ करना चाहती है। लिहाजा उनको बुलाया गया है। इससे पहले उन्होंने बरामद पैसों और अपने पीएस संजीव लाल को लेकर पल्ला झाड़ लिया था। आलमगीर आलम ने कांग्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा कि, संजीव लाल पहले भी कई मंत्रियों के सहायक रह चुके हैं। उनके एक्सपीरियंस के आधार पर उन्होंने अपने यहां उनको रखा था। उनके क्रियाकलापों पर उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया था।
इस मामले में संजीव लाल के नजदीकी कई ठेकेदारों और कारोबारियों पर भी ई़डी ने दबिश डाली। उनके यहां से भी करोड़ों रुपए की बरामदगी हुई। पिछले दिनों ही संजीव लाल की धर्मपत्नी से भी ई़डी ने पूछताछ की। आज मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ के बाद कई तस्वीर साफ हो जाएगी। क्या आने वाले दिन आलमगीर आलम के लिए मुश्किल भरे हो सकते हैं। क्या इस मामले में और लोगों को समन भेजा जा सकता है।
इस पूरे प्रकरण को लेकर भाजपा ने कांग्रेस और चंपई सोरेन सरकार पर हमला बोला है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि, झारखंड सरकार में लूट मची है। जहां भी केंद्रीय जांच एजेंसियां हाथ डाल रही हैं वहां से नोटों का पहाड़ बरामद हो रहा है। बाबूलाल मरांडी ने तो इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग की है। इस बीच सत्ताधारी दल कांग्रेस या झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।