फिक्की की पहल
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) 25 जुलाई 2024 को नई दिल्ली में “पब्लिकॉन” के अगले संस्करण का आयोजन कर रहा है।फिक्की ने अपनी मजबूत प्रकाशन समिति के माध्यम से कॉपीराइट और बौद्धिक अधिकार जागरूकता, पुस्तक पढ़ने की संस्कृति का निर्माण, अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेलों के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देने और शैक्षिक संस्थानों को प्रकाशन पारिस्थितिकी तंत्र के साथ शामिल करने जैसे विभिन्न नीति और व्यापार संबंधी मुद्दों पर निरंतर कार्य किया है।
प्रकाशन क्षेत्र में फिक्की का योगदान
प्रकाशन क्षेत्र में अधिदेश का समर्थन करने के लिए फिक्की हर साल विभिन्न सेमिनारों और सम्मेलनों का आयोजन करता है। इसी क्रम में फिक्की ने प्रकाशन क्षेत्र में सर्वोत्तम कार्य को मान्यता देने के लिए फिक्की प्रकाशन पुरस्कार की स्थापना की है।
फिक्की प्रकाशन पुरस्कार
प्रकाशकों और लेखकों की प्रतिभा, पहल, उद्यमशीलता के उत्साह और अथक प्रयासों को मान्यता देने के लिए 2017 में फिक्की प्रकाशन पुरस्कार की स्थापना की गई थी। इस वर्ष भी फिक्की ने विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत विभिन्न संगठनों एवं संस्थाओं से प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं।
पुरस्कार वितरण समारोह
इस कार्यक्रम में प्रकाशकों, मुद्रकों, वितरकों, सामग्री निर्माताओं, पुस्तकालयाध्यक्षों, लेखकों, कहानीकारों, डिजिटल विपणक, आईपी वकीलों और प्रकाशन क्षेत्र के अन्य हितधारकों का जमावड़ा देखने को मिलेगा। कार्यक्रम के दौरान फिक्की प्रकाशन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इस वर्ष फिक्की प्रकाशन पुरस्कार व्यवसाय, अनुवाद, डिजाइनिंग, बच्चों के साहित्य आदि में सर्वोत्तम पुस्तकों को मान्यता देगा और सुविधा प्रदान करेगा।
गैर-काल्पनिक श्रेणी में प्रविष्टियां
गैर-काल्पनिक श्रेणी (अंग्रेजी) – मुद्रित/ई-पुस्तक के अंतर्गत सभी प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रकाशकों से कुल 81 पुस्तक प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पुस्तक के चयन के लिए डॉ. सैकत बनर्जी, सहायक प्राध्यापक, अंग्रेजी विभाग, संत जेवियर्स कॉलेज, रांची को नामित 7 सदस्यों की जूरी में चुना गया है।
डॉ. सैकत बनर्जी का सम्मान
25 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम के दौरान डॉ. बनर्जी को गैर-काल्पनिक श्रेणी (अंग्रेजी) के जूरी सदस्य के रूप में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए फिक्की द्वारा सम्मानित किया जाएगा।