झारखंड बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक का मामला गरमाया, जांच की मांग तेज
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र वायरल होने की खबर के बाद पूरे राज्य में इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इसी संदर्भ में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष एवं आंदोलनकारी छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने JAC सचिव जयंत मिश्रा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
पेपर लीक के सबूत सौंपे, परीक्षा रद्द करने की मांग
देवेंद्र नाथ महतो ने JAC सचिव को 10वीं के विज्ञान (थ्योरी) और हिंदी विषय के प्रश्न पत्र लीक होने के प्रमाण सौंपते हुए इन परीक्षाओं को रद्द करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने बताया कि 20 फरवरी 2025 को होने वाली विज्ञान परीक्षा का पेपर दो दिन पहले ही व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था, जबकि 18 फरवरी को हुई हिंदी परीक्षा का प्रश्न पत्र भी 17 फरवरी की रात को लीक हुआ था।
छात्रों पर बुरा प्रभाव, राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी
महतो ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से छात्रों का मनोबल गिरता है और परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
JAC सचिव बोले – जांच जारी, उचित कार्रवाई होगी
JAC सचिव जयंत मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जांच प्रक्रिया चल रही है। अगर वायरल खबर में सच्चाई पाई जाती है, तो छात्रों के हित में उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने सभी से संयम रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।