शिक्षकों को एमएसीपी का लाभ देने पर सहमति
झारखंड के प्राथमिक, माध्यमिक और प्लस टू विद्यालयों के शिक्षकों को एमएसीपी (मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) का लाभ देने की मांग को लेकर हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आमरण अनशन के समझौते के अनुसार, पूर्व निर्धारित बैठक में शिक्षा सचिव उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय कमिटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में वित्त विभाग से हेमंत नारायण साहदेव, कार्मिक विभाग से आसिम हसन और शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव नंदकिशोर लाल सहित उच्चाधिकारियों और शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
शिक्षकों के एमएसीपी पर विस्तार से चर्चा
संघ के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने बताया कि बैठक में शिक्षकों को एमएसीपी देने की मांग से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें शिक्षकों को बिना किसी वित्तीय उन्नयन के ही सेवानिवृत हो जाने की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा प्रस्तुत तार्किक पहलुओं के आलोक में शिक्षा सचिव उमा शंकर सिंह ने राज्य के प्राथमिक, माध्यमिक और प्लस टू के शिक्षकों को एमएसीपी देने पर सहमति जताई और कहा कि 25 अगस्त तक इसका प्रस्ताव तैयार कर मंत्रिपरिषद में पारित कराने के लिए संचिका को अग्रेतर कार्रवाई हेतु भेज दिया जाएगा।
छठे वेतन की विसंगति का समाधान
इसके साथ ही, शिक्षकों के छठे वेतन की विसंगति को दूर करने की मांग पर भी चर्चा हुई। संघ द्वारा प्रस्तुत तथ्यों के अवलोकन के बाद कमिटी ने सहमति व्यक्त की कि इस विसंगति को दूर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
अंतरजिला स्थानांतरण पर भी हुई चर्चा
संघ ने शिक्षकों के अंतरजिला स्थानांतरण के लिए आग्रह किया कि पूरे सेवा काल में शिक्षकों को एक बार अपने गृह जिला में स्थानांतरित होकर पदस्थापित होने का अवसर दिया जाए। शिक्षा सचिव ने आश्वासन दिया कि अंतर जिला स्थानांतरण नियमावली की समीक्षा कर इस पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, जिले के अंदर लंबित स्थानांतरण मामलों को भी शीघ्र निष्पादित करने का आश्वासन दिया गया।
बैठक में शामिल हुए प्रमुख सदस्य
आज की बैठक में प्रमुख रूप से अनूप केशरी, राम मूर्ति ठाकुर, नसीम अहमद, असदुल्लाह, दीपक दत्ता, संतोष कुमार, अजय ज्ञानी, सलीम सहाय, सुधीर दुबे, अमरेश सिंह, विनय मांझी, प्रेम कुमार शर्मा, मानिक प्रसाद सिंह, अमर सिंह उरांव, बसंत झा, अनूप कुमार, रामकुमार झा, और एमएसीपी संघर्ष मोर्चा के अमरनाथ झा शामिल थे।