झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीजीएल परीक्षा धांधली को लेकर सीआईडी जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। यह फैसला तब लिया गया है जब विपक्ष और छात्र लंबे समय से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। हालांकि, राज्य सरकार ने इस जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपने का निर्णय लिया है।
विपक्ष और छात्रों की सीबीआई जांच की मांग
बीजेपी और विभिन्न छात्र संगठनों ने सीजीएल परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके अलावा, हाल ही में हजारीबाग में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज ने इस मामले को और तूल दिया। विपक्ष ने विधानसभा के भीतर और बाहर सरकार को घेरने की कोशिश की थी, जबकि छात्र सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे थे।
सितंबर में हुई थी परीक्षा, छात्रों ने लगाए थे धांधली के आरोप
21 और 22 सितंबर 2024 को आयोजित हुई सीजीएल परीक्षा में छात्रों ने धांधली के आरोप लगाए थे और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) को सबूत भी सौंपे थे। हालांकि, आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया। 16 से 20 दिसंबर तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की तारीखें भी घोषित कर दी गई हैं।
जांच और प्रक्रिया के बीच जारी विवाद
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जयराम महतो की पार्टी) ने सरकार से मांग की है कि पहले परीक्षा की प्रक्रिया को रोका जाए और फिर जांच की जाए। उनका कहना है कि जांच के साथ-साथ परीक्षा प्रक्रिया को जारी रखना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है।
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
इस बीच, खबर है कि 15 दिसंबर को बड़ी संख्या में छात्र जेएसएससी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। छात्रों में परीक्षा प्रक्रिया और सरकार के रवैये को लेकर भारी नाराजगी है।