विश्व हृदय दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
संत जेवियर्स कॉलेज, रांची की महिला सेल और आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में विश्व हृदय दिवस के अवसर पर “हृदय स्वास्थ्य और कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर)” पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. कुशाग्र महंसरिया मुख्य अतिथि और वक्ता के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने हृदय स्वास्थ्य और सीपीआर की महत्वपूर्ण जीवन-रक्षक तकनीकों पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का उद्घाटन और प्रारंभिक संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के प्राचार्य, डॉ. फादर एन. लकड़ा, एसजे के संबोधन से हुई। उन्होंने अपने वक्तव्य में हृदय रोगों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से एक हैं और इसके प्रति जागरूकता अत्यंत आवश्यक है।
मुख्य वक्ता का संबोधन
मुख्य वक्ता डॉ. कुशाग्र महंसरिया ने युवाओं को हृदय रोगों की बढ़ती घटनाओं के पीछे की वजहें बताईं। उन्होंने अस्वस्थ जीवनशैली, तनाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी को इसके प्रमुख कारणों के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने हृदय स्वास्थ्य से जुड़े सामान्य मिथकों को दूर करते हुए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रमाण-आधारित सुझाव दिए।
इंटरएक्टिव सत्र और सीपीआर प्रदर्शन
डॉ. महंसरिया का सत्र बेहद इंटरैक्टिव था। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों के सवालों का सरल और जानकारीपूर्ण तरीके से उत्तर दिया। इसके साथ ही उन्होंने सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) का प्रदर्शन किया, जिससे उपस्थित लोगों को इस तकनीक के बारे में व्यावहारिक जानकारी मिली।
उप-प्राचार्य का संदेश
कार्यक्रम के दौरान उप-प्राचार्य, डॉ. फादर रोबर्ट प्रदीप कुजूर, एसजे ने छात्रों को स्वस्थ जीवनशैली का महत्व समझाया और कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की। उन्होंने “चेन ऑफ सर्वाइवल” के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो कि आपातकालीन स्थितियों में जीवन रक्षा में सहायक होती है।
समापन और उपस्थिति
इस कार्यक्रम में उप-प्राचार्य डॉ. अजय अरुण मिंज, एसजे, परीक्षा नियंत्रक प्रो. बी.के. सिन्हा, महिला प्रकोष्ठ की प्रमुख डॉ. भारती सिंह रायपत और अन्य प्राध्यापकगण के साथ छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे। सभी ने इस जागरूकता कार्यक्रम की सराहना की और हृदय स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का संकल्प लिया।