साजिश के तहत परीक्षा को विवादित बनाने की कोशिश
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा से जुड़ी हाई कोर्ट की सुनवाई से पहले सीआईडी ने बड़ा खुलासा किया है। सीआईडी की जांच के अनुसार, इस पूरी परीक्षा को साजिश के तहत विवादित बनाने की कोशिश की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वायरल हुई फोटो, ऑडियो क्लिप और वीडियो फुटेज को सुनियोजित तरीके से बनाया और प्रसारित किया गया।
रिकॉर्डिंग में की गई टाइमलाइन और तारीख में छेड़छाड़
सीआईडी ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो और फोटो के रिकॉर्डिंग से पहले मोबाइल फोन की टाइमलाइन और तारीख बदली गई थी। इसका उद्देश्य यह साबित करना था कि प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले या परीक्षा के दौरान लीक हुआ है। हालांकि, अब तक की जांच में सीआईडी को पेपर लीक का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
छात्रों से पूछताछ और मोबाइल फोन की जांच
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईडी ने साक्ष्य देने पहुंचे छात्रों से पूछा कि वायरल क्लिप में किसी व्यक्ति का चेहरा क्यों नहीं है। लेकिन इस सवाल का कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। मामले की गहराई से जांच के लिए पांच मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
परीक्षा रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग
दूसरी ओर, बड़ी संख्या में छात्र, कोचिंग संचालक और छात्र नेता इस परीक्षा प्रक्रिया को रद्द कर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार ने इस मामले की जांच सीआईडी को सौंपी है।
हाई कोर्ट में मामला विचाराधीन
यह मामला फिलहाल झारखंड हाई कोर्ट में विचाराधीन है। बता दें कि 21 और 22 सितंबर को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने सीजीएल परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा के दौरान इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। इसके बावजूद, परीक्षा के तुरंत बाद पेपर लीक की खबरें सामने आने लगीं।