मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाबूलाल मरांडी की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग द्वारा राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा जिला पदाधिकारियों को एक्स हैंडल के माध्यम से दिए गए निर्देश पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा के प्रति जनता के बढ़ते समर्थन से घबराए हुए हैं और उन्हें संविधान की समझ नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर गलत सलाहकारों से घिरने का भी आरोप लगाया।
गोगो दीदी योजना से महिलाओं का सशक्तिकरण
मरांडी ने भाजपा की “गोगो दीदी योजना” की तारीफ करते हुए कहा कि यह योजना महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के अंतर्गत भाजपा सरकार बनने के बाद महिलाओं के बैंक खातों में हर महीने ₹2100 जमा किए जाएंगे।
भाजपा कार्यकर्ता इस योजना के तहत महिलाओं के फॉर्म भरवाने में सक्रिय हैं ताकि उन्हें उनके अधिकार और सशक्तिकरण का पूरा लाभ मिल सके।
हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप
मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार भाजपा की इस जनकल्याणकारी योजना को बाधित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है ताकि वे अपने मिशन से पीछे हट जाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी कि भाजपा कार्यकर्ता इन दमनकारी कदमों और धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। पहले भी कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता कभी पीछे नहीं हटे और न ही हटेंगे।
कार्यकर्ताओं से अपील
मरांडी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गोगो दीदी योजना के फॉर्म भरवाने का कार्य हर घर तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे खुद भी इस अभियान में शामिल होकर महिलाओं के बीच जाकर फॉर्म भरवाने का काम करेंगे।
संघर्ष के लिए तैयार भाजपा कार्यकर्ता
मरांडी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता महिला कल्याण के लिए हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं, चाहे वह मुकदमे हों या पुलिस की कार्रवाई। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता महिलाओं की उन्नति और कल्याण के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पोस्ट पर हिमंत विश्व शरमा की प्रतिक्रिया
असम सरकार के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा चुनाव सह प्रभारी हिमंत विश्व शरमा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद ही प्रभावी होती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अधिसूचना जारी होने से पहले हर राजनीतिक दल को अपने कार्यक्रम संचालित करने का पूरा अधिकार है।
राजनीतिक गतिविधियों में हस्तक्षेप अवैध
हिमंत विश्व शरमा ने कहा कि जब तक कोई राजनीतिक दल किसी नियम या संवैधानिक प्रावधान का उल्लंघन नहीं कर रहा है, तब तक उनकी गतिविधियों में राज्य सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप अवैध माना जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि राजनीतिक गतिविधियों में बेवजह हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं किया जाएगा।