मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने वोटों की गिनती से ठीक एकदिन पहले दिल्ली में प्रेस को संबोधित किया। इस दौरान बाकी चुनाव आयुक्त भी मौजूद रहे। राजीव कुमार ने बताया कि, चुनाव के दौरान फॉल्स नैरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है जो सिर्फ अफवाहों पर आधारित है उसके पीछे कोई लॉजिक नहीं है।
सीईसी राजीव कुमार ने बताया कि, बात चाहे बैलेट पेपर के पहले गिनती की हो। सीसीटीवी इंस्टॉल करने की बात हो या विपक्ष द्वारा उठाए गए जितने भी मांगों की बात हो। उन तमाम मांगों पर आयोग गंभीर है और उन तमाम प्रावधानों को लागू किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि, पूरी चुनावी प्रक्रिया एक बहुत बड़ा एक्सरसाइज है जिसमें बहुत समय और बहुत सारे संसाधन लगते हैं। इस चुनाव से उन्हें कई सीख मिली है जिसमें सुधार की ज़रूरत है। पहला तो यह की इतनी गर्मी में चुनाव नहीं होना चाहिए। दूसरा यह की फॉल्स नैरेटिव से बचने का हमने कोई उपाय नहीं किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, ठीक चुनाव से पहले चुनाव की प्रक्रिया पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। ज्यादातर सवाल अफवाहों पर आधारित हैं। जिसका कोई आधार या तर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि, 2019 के चुनाव में भी ठीक चुनाव के दौरान ऐसे सवाल उठाए गए थे।मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, ईवीएम लाने, ले जाने, उसे रखना, उसे निकालने। इन तमाम चीजों की एक प्रक्रिया है जो निगरानी में होती है। इसमें किसी प्रकार की कोई भी गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, उनको यह अंदेशा था कि, विदेशों से चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है। लिहाजा, इसकी रोकथाम के लिए पहले ही प्रयास कर लिए गए। राजीव कुमार ने कहा कि, लेकिन उन लोगों ने अफवाहों पर लगाम लगाने और फॉल्स नैरेटिव रोकने या इससे बचने का कोई इंतज़ाम नहीं किया।
आपको बता दें कि, कल ही इंडिया गठबंधन की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलकर कई मांगों को रखता है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, जो भी मांग की गई है उनमें से ज्यादातर पर पहले से अमल किया जाता रहा है और इसबार भी होगा।