कार्यशाला में कृषि मंत्री ने कहा- अधिकारी दफ्तर मक्खी मारने नहीं आते हैं।

झारखंड/बिहार ताज़ा ख़बर

रबी फसल कार्यशाला में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की का अधिकारियों को फटकार

जिला कृषि पदाधिकारियों की तैयारी पर मंत्री ने जताई नाराज़गी
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की सोमवार को राज्य स्तरीय रबी फसल कार्यशाला के दौरान अधिकारियों के जवाबों से असंतुष्ट दिखीं। रांची के हेसाग स्थित पशुपालन भवन में आयोजित इस कार्यशाला में मंत्री ने जिला कृषि पदाधिकारियों से योजनाओं और लाभुकों की जानकारी मांगी, लेकिन अधिकांश अधिकारी संतोषजनक जवाब देने में असफल रहे।

योजनाओं की जानकारी न होने पर अधिकारियों को चेतावनी

मंत्री ने बोकारो, धनबाद, दुमका और गोड्डा सहित कई जिलों के कृषि पदाधिकारियों से विभागीय योजनाओं के बारे में सवाल पूछे। जब किसी भी अधिकारी के पास सही जवाब नहीं मिला, तो मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई। गोड्डा जिला कृषि पदाधिकारी की अनुपस्थिति पर शोकॉज नोटिस जारी करने का भी निर्देश दिया।

फील्ड विजिट और रिपोर्टिंग के सख्त निर्देश

मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि भविष्य में किसी भी कार्यशाला में पूरी तैयारी के साथ आएं। उन्होंने कहा कि सप्ताह में दो दिन फील्ड विजिट करना अनिवार्य है और 31 दिसंबर तक विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन सुनिश्चित करना होगा। इसके बाद 2 से 3 जनवरी तक राज्य कृषि निदेशक को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें योजनाओं की जमीनी स्थिति और लाभुकों की संख्या का विवरण होना चाहिए।

किसानों के लिए उन्नत कृषि की दिशा में पहल

कार्यशाला का उद्देश्य किसानों को रबी फसल की जानकारी और उन्नत कृषि की ओर प्रेरित करना था। विभागीय सचिव अबू बक्कर सिद्दीकी ने बताया कि झारखंड के कृषि परिदृश्य के अनुसार बीएयू (बिरसा कृषि विश्वविद्यालय) द्वारा विशेष बीज तैयार किए गए हैं, जिनसे किसानों को बेहतर उत्पादन में मदद मिलेगी।

मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि किसानों को योजनाओं का लाभ तभी मिल सकता है, जब अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदार और जिम्मेदार हों। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *